आवश्यक सामग्री की हुई खरीद प्रसव वॉच कार्यक्रम को अमली जामा पहनाने के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सभी संस्थानों पर आवश्यक सामग्री की खरीद की गई है। यूएनएफपीए की ओर से सभी संस्थानों को सैमसंग टेबलेट तथा टैबलेट स्टैंड दिया गया है। जिसमें प्रसव सम्बन्धित जननी सुरक्षा योजना केस शीट की एंट्री की जाएगी। प्रसव वॉच के जरिए प्रसव कर्मी को सही समय में सही निर्णय लेने मदद मिलेगी। जिससे मातृ मृत्यु दर तथा शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकेगा। प्रसव वॉच के लिए सभी स्वास्थ्य कार्मिकों का प्रशिक्षण यूएनएफपीए के जिला समन्वयक रिपुंजय कुमार द्वारा दिया जा चुका है।
कागजी कार्यवाही से मिलेगी मुक्ति अब तक कुल 10 चिकित्सक, 58 नर्सिंग स्टाफ तथा 6 कम्प्यूटर ऑपरेटर्स को प्रसव वॉच के डेमो एप्लीकेशन पर प्रशिक्षण करवाया जा चुका है। प्रसव वॉच के क्रियान्वयन से स्वास्थ्य कर्मियों को कागजी कामों से राहत मिल जाएगी। स्वास्थ्यकर्मी द्वारा इस एप्लीकेशन में सिर्फ केस शीट की एंट्री करने मात्रा से ही लेबर रूम से संबंधित सभी रजिस्टर स्वत: ही भर कर तैयार हो जाएंगे। इस एप्लीकेशन के माध्यम से अब सभी गर्भवती महिलाओं के प्रॉटोग्राफ भी बन जाएंगे। जिससे सभी गर्भवती महिलाओं के लेबर प्रोग्रेस को मॉनिटरिंग करना आसान हो जाएगा। प्रसव संबंधी सभी कार्यों, रैफर, शिफ्टिंग, डिस्चार्ज आदि सभी को अब प्रसव वाच के माध्यम से ही किया जाना होगा। इस एप्लीकेशन के आ जाने से सभी संस्थानों को एक दूसरे से लिंक किया जाएगा, जिससे रैफर इन तथा रैफर आउट किए गए केसों पर भी नजर रखी जा सकेगी।
इनका कहना है
यह एप मातृत्व एवं नवजात शिशु स्वास्थ्य की दिशा में एक नया कदम है। प्रसव वॉच के माध्यम से जिले के सभी उच्च प्रसव भार वाले संस्थानों के लेबर रूम के रिकाड्र्स को डिजिटलाइज किया जाएगा।
डॉ. गोपाल प्रसाद गोयल, सीएमएचओ, धौलपुर।
इनका कहना है
प्रसव वॉच कार्यक्रम को अमली जामा पहनाने के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
शशांक वशिष्ठ, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, धौलपुर।