क्षेत्र में सोमवार सुबह करीब 10 बजे धौलपुर मुख्यालय से टीम निकली तो सबसे पहले कासिमपुर पहुंची। यहां गांव में सभी लोग चुनाव को लेकर चर्चा करने में जुटे थे। सर्दी का मौसम शुरू हुआ तो खुले में लोग हल्की धूप का आनंद लेते दिखे। वहीं, बुजुर्ग मतदाता विकास को लेकर सरकार की योजनाओं पर अपनी रजामंदी दे रहे हैं। वहीं कुछ दूर चलकर पहुंचे तो गांव गुनपुर में ग्रामीण सडक़ किनारे बैठे मिले। 70 वर्षीय मतदाता का कहना था कि उन्हें पेंशन मिल रही है। उन्होंने सरकार की कई योजनाएं गिनाई। लेकिन वह कहते हैं कि विधानसभा के क्षेत्रीय प्रतिनिधि समस्याओं को दूर नहीं कर पाए। इसके बाद कुछ दूर चलकर महंदपुरा जहां मुख्य मार्ग पर जलभराव था।
बुजुर्ग बाबा बोले कि यहां पिछले दो साल पहले बाढ़ में हुआ नुकसान की मुआवजा राशि कुछ लोगों को नहीं मिल पाई है। नुकसान की अभी तक कई लोगों को भरपाई नहीं हो पाई। पत्रिका टीम गांव भूड़ा में पहुंची तो कुछ ग्रामीण घर के बाहर बैठकर प्रत्याशियों को लेकर चर्चा करते मिले। ग्रामीणों का कहना था कि सरकार की योजनाएं काफी आई हैं लेकिन अभी भी विकास से गांव की सीमा तक नहीं पहुंच पाया है। सरकार के प्रदर्शन पर वह ज्यादा कुछ बोलने से कतराते दिखे।
रोजगार की नहीं सुविधा, मजदूरी सहारा गांव के लोगों से जब रोजगार को लेकर चर्चा की तो उनका कहना था कि गांव में रोजगार की कोई सुविधा नहीं है। केवल मजदूरी ही सहारा है। घर में बच्चों को पालने के लिए मजदूरी करके की उनका भरण पोषण करते हैं। इसके अलावा यहां से जिला मुख्यालय 30 किलोमीटर दूर जाकर भी रोजगार को तलाशना पड़ता है। बेराजगारी सबसे बड़ी समस्या है। वहीं सरकारी स्कूल में पढऩे के लिए बच्चे भेजते हंै तो वहां पर मास्साब साहब भी नहीं मिलते।
रास्ते पर डग्गेमार बस ने भी छोड़ी राह ग्रामीण कहते हैं कि अचानक परेशानी होने पर यहां से आवागमन के लिए साधन की व्यवस्था नहीं है। मुख्यालय तक पहुंचने के लिए पहले डग्गेमार वाहन की सुविधा थी। लेकिन अब वह भी राह का साथ छोड़ गए है। सबसे बड़ी साधन की है। ग्रामीणों का कहना था कि इसको लेकर सरकार को ध्यान देना चाहिए। जिससे लोगों को आने-जाने में दिक्कत न हो।
—– गांव में काफी समस्याएं हंै। पांच साल में विकास के कोई कार्य नहीं हुआ है। इसके साथ ही नेताजी गांव में आना ही भूल जाते हैं। केवल चुनाव के समय ही उन्हें गांव की सडक़ दिखाई देती है। ग्रामीणों को लावारिस छोड़ दिया है।- दिलीप सिंह, नगला खुर्द
सरकार की योजना ग्रामीण क्षेत्र तक पहुंच रही है। लेकिन यहां पर अभी भी काफी समस्याएं हैं। धौलपुर शहर तक जाने के लिए निजी वाहन का ही सहारा है। क्षेत्रीय प्रतिनिधि का इसको लेकर कोई ध्यान है। ग्रामीण परेशान हैं।-संदीप कुमार, गांव गुनपुर
सरकार की चिरंजीवी योजना गांव के लोगों के लिए बेहतर है। इस योजना से कई लोगों को मदद मिली है। लेकिन क्षेत्रीय प्रतिनिधि ने कार्य तो कराए हैं। लेकिन अभी भी विकास का सपना अधूरा है। काफी कुछ कराना होगा।- कुलदीप सिंह, गांव गुनपुर
बाढ़ के समय गांव के लोगों का काफी नुकसान पहुंचा है। सरकार की ओर से कुछ लोगों को मुआवजा मिल गया है। बाकि लोगों को अभी तक नहीं मिल पाया है। इसके साथ ही नुकसान के हिसाब से काफी कम राशि मिली है।-पप्पू सिंह, गांव नगला भूड़ा