खेती में जुटे लोग तो कम हुई मांग हाल में हुई प्री मानसून की बारिश के कारण ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में लोग खेती के काम में जुट गए हैं। खेतों में खरीफ फसलों को लेकर जुताई-बुवाई शुरू हो गई है। ऐसे में मनरेगा के तहत रोजगार मांगने वाले भी घट गए हैं।
188 पंचायतों में चल रहे 1171 काम धौलपुर में शुक्रवार को 188 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के 1171 काम चल रहे हैं। इनमें करीब 25 हजार लोगों को रोजगार मिल रहा है। ऐसे में शुक्रवार को धौलपुर मनरेगा के तहत काम देने में अंतिम से महज एक पायदान ऊपर की स्थिति में था।
इन जिलों की स्थिति भी बेहतर रोजगार उपलब्ध कराने वालों जिलों में राज्य में चौथे नम्बर पर भीलवाड़ा जिला, पांचवें पर बाड़मेर एवं छठे नम्बर पर डूंगरपुर जिला है। यहां भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मुख्य जरिया मनरेगा बना हुआ है।
रोजगार देने में ये तीन जिले फिसड्डी जिला रोजगार नियोजन झुंझुनू 24664 धौलपुर 25631
भरतपुर 32425 यह तीन जिले हैं अव्वल
जिला रोजगार नियोजन
बांसवाड़ा 2,34 883
नागौर 2,23,868 अजमेर 2,15,573
इनका कहना है
जिले में मांग के अनुरूप मनरेगा के तहत रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। धौलपुर राज्य का सबसे छोटा जिला है। फिलहाल ग्रामीण क्षेत्र में लोग खेती-बाड़ी में भी जुट गए हैं। ऐसे में कम रोजगार का सृजन हो पा रहा है।
- चेतन चौहान, सीईओ, जिला परिषद, धौलपुर