सिंचाई विभाग के अनुसार मंगलवार शाम को बढक़र १४०.१० मीटर पर पहुंच गया है। खतरे का निशान १३०.७९ मीटर है। ऐसे में चंबल नदी के तटवर्ती सरमथुरा, बाड़ी, धौलपुर व राजाखेड़ा क्षेत्र के गांवों में अलर्ट जारी है। चंबल नदी में जल स्तर के बढऩे की स्थिति को देखते हुए कई गांवों के लोगों ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचना शुरू हो गया है। सरमथुरा क्षेत्र के कई गांवों में पानी प्रवेश कर जाने के कारण लोगों को ऊंचाई वाले स्थानों पर पहुंचाया गया है। करीब सात आठ गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने जिले के तीन तरफ से निकल रही चम्बल नदी क्षेत्र में चल रही नावों के संचालन पर रोक लगा दी है। प्रशासन ने नदी के समीपवर्ती निचले इलाकों में पटवारियों को भेजकर अलर्ट जारी करवाया है। वहीं सिंचाई विभाग के अधिकारी भी लगातार मॉनिटङ्क्षरग कर रहे हैं।
जिले में बाढ़ के हालात
जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि वर्ष २०१९ में चंबल नदी १४४.० मीटर पर थी, जिले में बाढ़ के हालात बन गए थे। इस बार में स्थिति वैसी ही बनी हुई है। बुधवार रात चंबल नदी का जलस्तर १४४.० मीटर को पार कर जाएंगा। वर्षा एवं नदियों में निरन्तर पानी की आवक से पार्वती बांध का जल स्तर 223.15 मीटर तक पहुंच गया है, जिसके कारण पार्वती बांध के 19 गेटों को खोलकर पानी का निकास किया गया ताकि पार्वती बांध की क्षमता के अनुरूप पानी की मात्रा को नियंत्रित किया जा सके। बांध की कुल भराव क्षमता 223.41 मीटर है।