धौलपुर

बाघ की तलाश में वनकर्मियों ने की ट्रैकिंग, लोगों द्वारा बाघ देखे जाने का दावा

सरमथुरा. क्षेत्र के लोगों द्वारा उपखंड के झिरी इलाके में बाघ देखे जाने का दावा किए जाने के बाद स्थानीय वन विभाग के कर्मचारियों ने जंगलो में ट्रैकिंग कर बाघ का सुराग तलाशने की कार्रवाई की है। सरमथुरा कार्यवाहक रेंजर रामनिवास मीणा के अनुसार झिरी इलाके में वनपाल नाका झिरी लज्जाराम, फॉरेस्टर नवाब सिंह, वनरक्षक गंगाराम आदि कर्मचारियों की

धौलपुरSep 19, 2021 / 05:44 am

Naresh

बाघ की तलाश में वनकर्मियों ने की ट्रैकिंग, लोगों द्वारा बाघ देखे जाने का दावा

बाघ की तलाश में वनकर्मियों ने की ट्रैकिंग, लोगों द्वारा बाघ देखे जाने का दावा
सरमथुरा. क्षेत्र के लोगों द्वारा उपखंड के झिरी इलाके में बाघ देखे जाने का दावा किए जाने के बाद स्थानीय वन विभाग के कर्मचारियों ने जंगलो में ट्रैकिंग कर बाघ का सुराग तलाशने की कार्रवाई की है। सरमथुरा कार्यवाहक रेंजर रामनिवास मीणा के अनुसार झिरी इलाके में वनपाल नाका झिरी लज्जाराम, फॉरेस्टर नवाब सिंह, वनरक्षक गंगाराम आदि कर्मचारियों की टीम ने खुशहालपुर के जंगल में संभावित बाघ विचरण को देखते हुए ट्रैकिंग की है। फिलहाल वनकर्मियों को बाघ के विचरण का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। मीणा ने ग्रामीणों से भी रात्रि में अपने पशुओं को बाड़े में ही बांधने एवं सतर्क रहने की अपील की है।महीनों रहते हैं बाघगौरतलब है कि पूर्व में भी टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क रणथम्भौर से बाघों का झिरी इलाके में विचरण होता आया है। यहां एक-दो महीने रहने के बाद बाघ वापस रणथम्भौर पहुंचने जाते हैं। ऐसे में यहां के ग्रामीणों व वनकर्मी भी ऐसी ही संभावना जता रहे हैं। यहां का जंगल बाघों के लिए मुफीद है। यहां उन्हें शिकार भी पर्याप्त मात्रा में मिल जाता है।इनका कहना हैलोगों द्वारा बाघ के विचरण की बात कही जा रही है। वनकर्मियों को भेज जांच कराई जा रही है।- सुनील गुप्ता, डीएफओ, धौलपुरसरमथुरा. टाइगर ट्रैकिंग करते वनकर्मी
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