मुखबिरी के दम पर सलाखों के पीछे पहुंचाए भगौड़े-वारंटी, प्रदेश के टॉप पांच जिलों में शुमार धौलपुर
धौलपुरPublished: Dec 08, 2019 05:15:34 pm
धौलपुर. मुखबिरी के दम पर धौलपुर पुलिस ने भगौड़े व वांछित अपराधियों को जेल की सलाखों की पीछे पहुंचाकर प्रदेश भर में प्रथम पांच जिलों में नाम शुमार कर लिया है। इसके लिए पुलिस महानिदेशक सहित अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (क्राइम) बीएल सोनी ने धौलपुर पुलिस की पीठ थपथपाई है। इससे जहां चम्बल बजरी के अवैध परिवहन को लेकर पुलिस अधिकारियों के बीच चली खींचतान से धौलपुर पुलिस की किरकिरी हुई थी, वहीं अब पुलिस सुखद महसूस कर रही है।
मुखबिरी के दम पर सलाखों के पीछे पहुंचाए भगौड़े-वारंटी, प्रदेश के टॉप पांच जिलों में शुमार धौलपुर
मुखबिरी के दम पर सलाखों के पीछे पहुंचाए भगौड़े-वारंटी, प्रदेश के टॉप पांच जिलों में शुमार धौलपुर
धौलपुर. मुखबिरी के दम पर धौलपुर पुलिस ने भगौड़े व वांछित अपराधियों को जेल की सलाखों की पीछे पहुंचाकर प्रदेश भर में प्रथम पांच जिलों में नाम शुमार कर लिया है। इसके लिए पुलिस महानिदेशक सहित अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (क्राइम) बीएल सोनी ने धौलपुर पुलिस की पीठ थपथपाई है। इससे जहां चम्बल बजरी के अवैध परिवहन को लेकर पुलिस अधिकारियों के बीच चली खींचतान से धौलपुर पुलिस की किरकिरी हुई थी, वहीं अब पुलिस सुखद महसूस कर रही है।
धौलपुर पुलिस ने स्थाई वारंटी तथा भगौड़े पकडऩे में रिकॉर्ड कायम किया है। 838 स्थायी वारंटियों में से 319 पकड़ कर जहां जालोर जिला प्रथम स्थान पर रहा है, वहीं 1990 में से 591 स्थायी वारंटियों को दबोच कर धौलपुर पुलिस ने टॉप पांच जिलों में नाम दर्ज कराया है।
इतना ही नहीं भगौड़े पकडऩे में भी धौलपुर पुलिस पांचवें स्थान पर पहुंची है। जिले की पुलिस ने 350 भगौड़ों में से 62 को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया है।
ठोस कार्ययोजना का दिखा नतीजा
धौलपुर पुलिस ने भगौड़े व स्थायी वारंटियों को पकडऩे के लिए एक कार्ययोजना के तहत काम किया। पहले पुराने रिकॉर्ड खंगाले गए, जो वर्षों से धूल चाट रहे थे। इनकी समरी कर डॉक्यूमेंटेशन किया। इसके बाद अपराधियों के केसवारों (अपराधी में शामिल अन्य आरोपी) को तलाश किया। इसके बाद के चरण में मुखबिर तंत्र आरोपितों के गांवों मेे सक्रिय किया। साथ ही सायबर सेल की मदद से नियमित मॉनिटरिंग कर वारंटियों व भगौड़ों को दबोचा गया। इनमें बाड़ी, कंचनपुर सहित अन्य थानों की प्रमुख भूमिका रही।
यह हुआ फायदा
एक तो जिले में भारी तादाद में बढ़ रहे वारंटियों तथा भगौड़ों की संख्या में कमी आई है, वहीं अपराधियों के पकड़े जाने से स्थानीय लोगों ने भी राहत की सांस ली है। अपराध करने के बाद भी पकड़े नहीं जाने से लोगों में भय का माहौल बना हुआ था, जिसमें अब कमी आएगी। साथ ही इस मानसिकता में भी सुधार आएगा कि अपराध करेंगे तो सजा भी मिलेगी ही।
दशकों से फरार भगौड़े-वारंटी भी दबोचे
पुलिस के इस अभियान में दशकों से ुफरार चल रहे वारंटियों व भगौड़ों को दबोचा गया है। इनमें प्रमुख रूप से पुलिस पर हमला करने के आरोपी, डकैतों को शरण देने वाले आरोपी शामिल हैं।
सर्वाधिक सक्रिय वांछित अपराधी भी लिए गिरफ्त में
जिले में थाना, वृत्त, जिला, रेंज तथा प्रदेश स्तर पर चिह्नित दस सर्वाधिक वांछित अपराधियों को पकडऩे में पुलिस ने सफलता हासिल की है। इनमें थाना स्तर पर 48, वृत्त स्तर पर 19, जिला स्तर पर 8, रेंज स्तर पर 01 तथा राज्य स्तर पर वांछित एक अपराधी को पकड़ा है।
&पुलिस मुख्यालय की ओर से जिलों की रैंक जारी की गई है। जिसमें स्थायी वारंटियों तथा भगौड़ों को पकडऩे में जिले में प्रदेश भर में टॉप पांच में नाम दर्ज कराया है। इसके लिए अधिकारियों ने प्रोत्साहित किया है। आगे भी निरंतर कार्रवाई जारी रहेगी।
मृदुल कच्छावा, एसपी, धौलपुर।