मौसमी बीमारियों के चलते गड़बड़ाई सामान्य चिकित्सालय की व्यवस्थाएं, एक बेड पर 2 से 5 मरीज भर्ती
- उल्टी, दस्त व बुखार के मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या
- स्टाफ की कमी से भी जूझ रहा है अस्पताल
बाड़ी. बाड़ी स्थित सामान्य चिकित्सालय में इन दिनों मौसमी बीमारियों के चलते मरीजों की संख्या चार से पांच गुना अधिक हो गई है। अस्पताल में क्षमता से अधिक मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं।
धौलपुर
Published: April 23, 2022 08:01:21 pm
मौसमी बीमारियों के चलते गड़बड़ाई सामान्य चिकित्सालय की व्यवस्थाएं, एक बेड पर 2 से 5 मरीज भर्ती - उल्टी, दस्त व बुखार के मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या - स्टाफ की कमी से भी जूझ रहा है अस्पताल
बाड़ी. बाड़ी स्थित सामान्य चिकित्सालय में इन दिनों मौसमी बीमारियों के चलते मरीजों की संख्या चार से पांच गुना अधिक हो गई है। अस्पताल में क्षमता से अधिक मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं। इसका सीधा सीधा असर चिकित्सालय की व्यवस्थाओं पर पड़ रहा है। अस्पताल में एक बेड पर 3 से 4 मरीज तो कहीं कहीं 5 मरीज तक भर्ती होने को मजबूर हैं। इन सब का कारण अस्पताल की क्षमता का कम होना और स्टाफ की कमी है।
संक्रमण का खतरा बढ़ा
एक ही बिस्तर पर 3 से 4 मरीज भर्ती होने के चलते एक मरीज का संक्रमण दूसरे मरीज में फैलने की आशंका तेजी से बनी हुई है। कोविड-19 धीरे-धीरे देश में बढऩे लगा है। उसको देखते हुए भी चिकित्सालय में स्थिति भयावह है। चिकित्सकों का मानना है कि बीमार व्यक्ति का इम्यून सिस्टम पूरी तरह से कमजोर होता है ऐसे में संक्रमण का एक शरीर से दूसरे शरीर में पहुंचना बेहद ही आसान है।
स्टाफ की बेहद कमी
सामान्य चिकित्सालय में पहले से ही स्टाफ की भारी कमी है। ऐसे समय में जब मौसमी बीमारियों का प्रकोप चल रहा है स्टाफ की कमी और भी ज्यादा भयानक नजारा दिखा रही है। मरीजों को अटेंड करने के लिए स्टाफ नहीं है।
माल-ए-मुफ्त, दिल-ए-बेरहम
नि:शुल्क दवा एवं चिकित्सा सुविधा की घोषणा के बाद अस्पताल में गर्मी में बेवजह ड्रिप चढ़वाने वालों की भीड़ है। न चाहते हुए भी चिकित्सकों को ऐसे लोगों को भर्ती करना पड़ रहा है। इस सब का नकारात्मक असर उन मरीजों पर पड़ रहा है जो वास्तविक तौर पर गंभीर रूप से बीमार हैं।
सफाईकर्मियों की भारी कमी
अस्पताल परिसर में गंदगी से यहां आने वाले रोगी व परिजन परेशान हैं। स्टाफ की मानें तो सामान्य वार्ड के लिए मात्र एक सफाईकर्मी नियुक्त है। जबकि मरीजों की संख्या 4 से 5 गुना हो चुकी है। सामान्य वार्ड इंचार्ज ने भी सफाईकर्मी की कमी की बात को स्वीकारा है। उन्होंने सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए कम से कम 3 सफाई कर्मचारियों को नियुक्त करने की मांग की है।
मरीजों व परिजन की आपबीती
चिकित्सालय बाड़ी में मरीज दिखाने गए शहर के मोहल्ला किला निवासी जुगनू खान ने कहा कि यहां गंदगी के कारण दुर्गंध फैली हुई है। वार्ड में अंधेरा होने की वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में जनरेटर की व्यवस्था होने के बावजूद कर्मचारियों द्वारा जनरेटर चलाया नहीं जाता है। अस्पताल आने वाले रोगियों और परिजन ने व्यवस्थाओं में सुधार की मांग की है।
इनका कहना है
अस्पताल में 24 घंटे जनरेटर चालू रहता है। रही बेड की व्यवस्था की बात तो यह जनप्रतिनिधि और चिकित्सा विभाग के आला अधिकारी ध्यान देंगे तभी व्यवस्था में सुधार हो सकता है। जो हमारे पास संसाधन हैं उनसे हम मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने की कोशिश कर रहे हैं।
- डॉ. शिवदयाल मंगल, पीएमओ, सामान्य चिकित्सालय बाड़ी

मौसमी बीमारियों के चलते गड़बड़ाई सामान्य चिकित्सालय की व्यवस्थाएं, एक बेड पर 2 से 5 मरीज भर्ती
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
