उल्लेखनीय है कि आठ नवंबर की सुबह थाना सैंया की पुलिस खनन के वाहनों को पकडऩे गई थी। खेरागढ़ थाना क्षेत्र में चंबल बजरी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को रोकने का प्रयास किया था। हेत सिंह गिरोह के सदस्यों ने सिपाही सोनू चौधरी की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी थी। बाद में आरोपियों की पहचान धौलपुर के थाना कोलोनी स्थित खरगपुर निवासी हेत सिंह, ट्रैक्टर चालक बबलू, मालिक अनूप सहित अन्य रूप में हुई थी। इस मामले में पिछले दिनों पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। वह ट्रैक्टर पर बैठकर जा रहा था। मुख्य आरोपी हेत सिंह फरार था। हेत सिंह पुलिस की दबिश से पहले ही भाग गया था। मौके पर पहुँचे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश भरतपुर जाने की फिराक में है। इस सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की। पट्टी पुल के नीचे एक आती हुई बाइक को रोकने का प्रयास किया तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इस मुठभेड़ के दौरान एक गोली सैंया प्रभारी निरीक्षक प्रदीप पांडे के पेट को छूती हुई निकल गई और वो घायल हो गए लेकिन फिर भी पुलिस पीछे नही हटी। मुठभेड़ में मुख्य आरोपी हेत सिंह घायल हुआ। इसे देख हेत सिंह के दोनों साथी फायरिंग करते हुए अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए लेकिन घेराबंदी करके हेत सिंह को पकड़ लिया गया। घायल निरीक्षक को अस्पताल में भर्ती कराया है। आरोपी हेत सिंह को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
संगठित गिरोह चलाता है गिरफ्तार माफिया
पुलिस अधिकारियों का कहना था कि हेत सिंह राजस्थान के धौलपुर जिले के कौलारी थाना इलाके के गांव खरगपुर का रहने वाला है। चम्बल में अवैध खनन के लिए जाना जाता है। हेत सिंह खनन के लिए एक संगठित गिरोह चला रहा है। यह गिरोह अवैध खनन करता है। रेत को आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद में बेचा जाता है। आगरा जिले में के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज है। उसने 2018 में पुलिस टीम पर हमला किया था। पिछले साल दरोगा पर हमला किया था। इसके बाद सिपाही सोनू चौधरी की हत्या की। अब पुलिस टीम पर फायरिंग की है।