इनका कहना है
गुरु पूर्णिमा पर शहर और उपखंड क्षेत्र में धार्मिक आयोजन हुए हैं। इसको लेकर उपखंड प्रशासन से सामूहिक भंडारे या भोजन प्रसादी कराने को लेकर कोई अनुमति नहीं ली गई है। ऐसे आयोजन बिना अनुमति कराए गए हैं। इसको लेकर जांच कराई जा रही है और यदि नियमों की अवहेलना की है तो कार्रवाई की जाएगी।
राधेश्याम मीणा, उपखंड अधिकारी, बाड़ी।
पुलिस को मामले की जानकारी नहीं है। धार्मिक आयोजन ग्रामीण क्षेत्र या शहर से दूर कराए गए हैं। साथ में कहीं से कोई शिकायत भी नहीं मिली है। यदि उपखंड प्रशासन के निर्देश मिलते या शिकायत मिलती तो कार्यवाही जरूर की जाती है। 2 दिन पूर्व भी शिकायत मिलने पर बाजार में जाकर पुड़ी सब्जी वितरण का कार्य रुकवाया गया था।
गजानंद चौधरी, थानाधिकारी, बाड़ी।
गुरु की शरण में पहुंचे श्रद्धालु, लिया आशीर्वाद
गुरु पूर्णिमा पर शनिवार को गुरुओं की वंदना के साथ शिष्यों ने उनका आशीर्वाद लिया। योग्य दान दिया गया। गुरु वंदना के लिए जिले भर में अलग-अलग स्थानों पर आयोजन हुए। जिनमें शिष्यों के लिए भोजन प्रसादी भी दी गई।
बाड़ी उपखंड पर मुख्य आयोजन जहां राम दरबार बामणी नदी आश्रम पर दिवंगत संत बाबा पुरुषोत्तम दास के शिष्य बनवारी दास महाराज द्वारा किया गया। जिसमें शिष्यों और श्रद्धालुओं ने बाबा पुरुषोत्तम की प्रतिमा के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया। इस दौरान भोग प्रसादी का भी वितरण किया गया। दूसरी और शहर के गुरु स्थान बारहमासी मंदिर पर गुरु महाराज राधेश्याम बाबा के सानिध्य में गुरु पूर्णिमा मनाई गई। जिसमें सैकड़ों भक्तों ने गुरु की ढोक लगाई। कार्यक्रम में सभी को प्रसादी वितरित की गई। इस दौरान शिवकुमार खेमरिया, महेश पाराशर, राकेश बिधौलिया, शिवदयाल समाधिया, हरीबाबू खेमरिया, मुकेश विधोलिया, महेश परमार, विनोद सिंह परमार, भूरा परमार, सुरेश दीक्षित के साथ गुरु के सैकड़ों शिष्य मौजूद रहे।
वहीं शहर से जुड़े कई अन्य धार्मिक स्थलों पर भी गुरु पूर्णिमा के आयोजन किए गए। जिसमें भरका बाबा, काठिया वाले बाबा बीजौली, नंदराम आश्रम जैसे कई स्थानों पर गुरु वंदन कार्यक्रम हुए। इस दौरान लोगों के लिए भंडारे में प्रसादी वितरित की गई।