जिला अस्पताल में मरीजों के साथ-साथ स्टाफ की सुरक्षा के लिए सभी कैमरे चालू कर दिए गए है। चार मंजिला अस्पताल में हर फ्लोर पर कैमरा नजर बनाए हुए है। जिससे कोई भी गतिविधि होती है तो उसका पता चल सकें। अस्पताल परिसर में 68 सीसीटीवी कैमरा लगें हुए है। जो 24 घंटे तीसरी आंख से निगरानी कर रहे है। वहीं ओपीडी से लेकर सभी फ्लोर पर सीढ़ी से लेकर मरीजों के वार्ड तक की सुरक्षा हो रही है। ऐसा होने से बाहरी लोगों के दखल पर अंकुश लगने की उम्मीद प्रशासन को बनी हुई है। जिला अस्पताल में मनमानी रोकने तथा मरीजों को बेहतर सुविधाएं दिलाने के लिए अब नियंत्रण को और मजबूत किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर तमाम शिकायतों को नजर अंदाज कर दिए जाने के आरोप जब-तब सामने आते रहते हैं। इन पर अंकुश लगाने के लिए अस्पताल में 68 कैमरा संचालित किए गए है। वहीं कंट्रोल रूम में पूरा डाटा एकत्रित हो रहा है।
अंधेरे में भी हो रही निगरानी अस्पताल में लगाए गए सभी सीसीटीवी कैमरा नाइट विजन कैमर है। नाइट विजन कैमरे की खासियत यह है कि अंधेरे में भी यह अच्छी तरह निगरानी रखता है। इस कैमरे को किसी खास रख रखाव की भी जरूरत नहीं होती है। जिसके लिए सरकार ने अस्पताल में आधुनिक कैमरों को प्रयोग किया है।
बाहरी दखल पर कसेगी नकेल जिला अस्पताल में अक्सर बाहरी लोगों के दखल की शिकायतें सामने आती रहती हैं। मरीजों व परिजनों की ओर से शिकायत दर्ज कराई जाती है। लेकिन अब निगरानी लगातार अस्पताल प्रशासन की ओर से हो रही है। वहीं बाहरी व्यक्ति की ओर से कोई गतिविधि की जाती है तो उसकी नजर बनी हुई है।
मोबाइल पर भी देख सकेंगे अधिकारी मरीज आए दिन शिकायत करते है कि चिकित्सक समय से पहले ही अपनी ओपीडी से चले जाते है। लेकिन कैमरे के माध्यम से अधिकारी अपने मोबाइल पर भी निगरानी रख सकेंगे। क्योकि कैमरों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निगरानी के लिए मोबाइल से लिंक किया जा रहा है। जिसके बाद अधिकारी कहीं से भी निगरानी कर सकेंगे।
गंदगी करने वालों पर भी निगाह अस्पताल परिसर में लगें कैमरों से हर तरह की निगरानी हो रही है। वहीं परिसर में गंदगी फैलाने वाले और पीक से दीवार लाल करने वाले व्यक्तियों पर भी नजर बनी हुई है। वहीं मरीज के परिजन अगर गंदगी करते है तो उनको पहले हिदायत देखकर समझाया जाएगा। वहीं अगली बार गंदगी नहीं करने के साथ लोगों को जागरूक करने की भी अपील की जाएगी। अस्पताल में मरीजों के इलाज के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की जा रही है।
जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान रखते हुए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है, जिससे अस्पताल के अंदर से लेकर बाहर तक निगरानी रखी जा रही है। सिक्योरिटी गार्ड भी तैनात हैं और गार्डों की सुरक्षा बढ़ाई जाएगी।
– डॉ. विजय सिंह, पीएमओ जिला अस्पताल धौलपुर