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यूं करें सर्दियों में पशुओं की देखभाल ,पशुपालन वैज्ञानिक ने जारी की एडवाइजरी

locationधौलपुरPublished: Jan 18, 2021 04:59:16 pm

Submitted by:

Naresh

धौलपुर. सर्दियों में पशुओं को बचाने के लिए विशेष प्रबंध करने की आवश्यकता होती है, क्योंकि ठंड लग जाने पर दुधारू पशुओं के दूध देने की क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। सर्दियों में पशुओं की देखभाल को लेकर पशुपालन वैज्ञानिकों ने एडवाइजरी जारी की है। इस दौरान वैज्ञानिक शिवमूरत मीणा ने बताया कि गाय-भैंस के छोटे बच्चों और भेड़-बकरियों पर जाड़े का घातक असर होता है।

 How to take care of animals in winter, animal husbandry scientist issued advisory

यूं करें सर्दियों में पशुओं की देखभाल ,पशुपालन वैज्ञानिक ने जारी की एडवाइजरी

यूं करें सर्दियों में पशुओं की देखभाल ,पशुपालन वैज्ञानिक ने जारी की एडवाइजरी

धौलपुर. सर्दियों में पशुओं को बचाने के लिए विशेष प्रबंध करने की आवश्यकता होती है, क्योंकि ठंड लग जाने पर दुधारू पशुओं के दूध देने की क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। सर्दियों में पशुओं की देखभाल को लेकर पशुपालन वैज्ञानिकों ने एडवाइजरी जारी की है। इस दौरान वैज्ञानिक शिवमूरत मीणा ने बताया कि गाय-भैंस के छोटे बच्चों और भेड़-बकरियों पर जाड़े का घातक असर होता है। कई बार इन पशुओं के बच्चे ठंड की गिरफ्त में आकर निमोनिया रोग के शिकार बन जाते हैं। इसलिए जाड़े के दिनों में दुधारू पशुओं के साथ-साथ छोटे पशुओं को विशेष देखभाल की जरूरत होती है।
1-ठंड से बचाव के लिए सुबह-शाम और रात को टाट की पल्ली उढ़ा दें। पशुशाला में रात को सूखी बिछावन का प्रयोग करें, जिसे सुबह हटा देना चाहिए।
2. ठंड में दिन के समय सभी पशुओं को बाहर खुली धूप में रखें, जिससे ठंड के बचाव के साथ उनके शरीर का रक्त संचार भी अच्छा रहता है।
3. स्वच्छ और ताजा पानी ही पिलाएं, पशुओं के लिए भी पशुशाला में स्वच्छ और ताजा पानी का प्रबंध होना जरुरी है। पानी की कमी से पशुओं के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है और उनका दूध उत्पादन भी प्रभावित होता है। इसलिए सर्दियों में पशुओं को तालाब, पोखर, नालों और नदियों का गंदा और दूषित पानी बिल्कुल न पिलाएं। बल्कि उन्हें दिन में तीन से चार बार साफ-स्वच्छ पानी पिलाना चाहिए।
4. सर्दियों में दुधारू पशुओं को चारा-दाना खिलाने, पानी पिलाने व दूध दोहन का एक ही समय रखें। अचानक बदलाव करने से दूध उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
5. दूध देने वाले जानवर को हरे चारे के साथ भूसा खाने को दिया जाए। दाना की मात्रा सामान्य दिनों की अपेक्षा सर्दी के मौसम में अंदर व बाहर के तापमान में अच्छा खासा अंतर होता है। पशु के शरीर का सामान्य तापमान विशेष तौर से गाय व भैंस का क्रमश: 101.5 डिग्री फानहाइट व 98.3.103 डिग्री फार्नहाइट सर्दी-गर्मी रहता है। इसक विपरीत पशुघर के बाहर का तापमान कभी-कभी शून्य तक चला जाता है, यानि पाला तक जम जाता है।
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