कोरोना के बाद आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में लोगों का बढ़ा रुझान
धौलपुरPublished: Feb 09, 2023 06:45:30 pm
- लोग स्वस्थ्य रहने के लिए आदर्श दिनचर्या, रात्रिचर्या, योग, पंचकर्म चिकित्सा का ले रहे लाभ
धौलपुर. आयुर्वेद विश्व की सबसे प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति है जो की अनादि एवं शाश्वत है। आयुर्वेद की उत्पत्ति भी ऋग्वेद काल से हुई। ऋग्वेद के अलावा अथर्ववेद में भी आयुर्वेद का उल्लेख मिलता है


कोरोना के बाद आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में लोगों का बढ़ा रुझान
कोरोना के बाद आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में लोगों का बढ़ा रुझान
- लोग स्वस्थ्य रहने के लिए आदर्श दिनचर्या, रात्रिचर्या, योग, पंचकर्म चिकित्सा का ले रहे लाभ धौलपुर. आयुर्वेद विश्व की सबसे प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति है जो की अनादि एवं शाश्वत है। आयुर्वेद की उत्पत्ति भी ऋग्वेद काल से हुई। ऋग्वेद के अलावा अथर्ववेद में भी आयुर्वेद का उल्लेख मिलता है अर्थात आयुर्वेद को अथर्ववेद का उपवेद माना जाता है। आयुर्वेद चिकित्सा को सबसे प्राचीन और अच्छी तरह से परखी हुई पद्धति माना जाता है। हमारे देश में आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के तहत लोगों का इलाज वर्षों से होता आया है। आज से कुछ समय पहले भारत के अधिकांश गांवों में वैद्य हुआ करते थे जो लोगों का संपूर्ण इलाज आयुर्वेद की जड़ी-बूटियों के माध्यम से करते थे।