धौलपुर

जल जीवन मिशन: 793 गांवों में से 90 में पानी देकर सौ फीसदी का पीट रहे ढिंढोरा

– पीएचईडी के सुस्त कार्य से इस साल तो क्या अभी दो-तीन साल तक पानी मिलना मुश्किल

– जिम्मेदार अधिकारी केवल फील्ड में कम, दफ्तर में बीता रहे समय

धौलपुरMay 04, 2024 / 06:59 pm

Naresh

– पीएचईडी के सुस्त कार्य से इस साल तो क्या अभी दो-तीन साल तक पानी मिलना मुश्किल
– जिम्मेदार अधिकारी केवल फील्ड में कम, दफ्तर में बीता रहे समय

अंबर अग्निहोत्री

धौलपुर. गर्मी शुरू होते ही जिले में पेयजल संकट से गहराने लगा है। विशेष कर डांग प्रभावित और ग्रामीण क्षेत्र शामिल हैं। आए दिन पानी की मांग को लेकर लोग अधिकारियों से शिकायत करने पहुंच रहे हैं। जिले के 6 ब्लॉकों में पेेयजल संकट से लोग दो-चार होना पड़ रहा है। केंद्र सरकार की ओर से शुरू किए गए जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल पहुंचाने का सपना जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते अभी दूर की कौड़ी बना हुआ है। जिस गति से जिले में मिशन के तहत काम चल रहा है, उससे लगता है कि जिले के सभी गांवों में कनेक्शन होने पर कई साल लगेंगे। लोगों के मुताबिक अभी तक जिले के 793 गांवों में से मात्र 90 गांवों के घरों तक ही नल कनेक्शन के जरिए पानी पहुंच पाया है। इन्हीं 90 गांवों में सौ फीसदी कार्य दावा कर विभाग ढिढोंरा पीट रहा है। कछुआ चाल की स्थिति से लगता है अभी लोगों को घर तक पानी मिलने में काफी इंतजार करना होगा। योजना अंतर्गत दिसम्बर 2024 तक कार्य पूर्ण होना है। उक्त मिशन 15 अगस्त 2019 से शुरू हुआ था।
जिले में 513 गांवों में चल रहा कार्य

मिशन के तहत जिले के 513 गांवों में कनेक्शन का कार्य चल रहा है। अधिकारियों के अनुसार 190 ऐसे गांव हैं, जहां पर अभी काम ही शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में सरकार की ओर से हर घर पानी पहुंचाने के वादे हवा-हवाई होते दिखाई दे रहे हंै। ऐसे में इन लोगों के यहां पर समस्या बढ़ती गर्मी में परेशान बनेगी।
ग्रामीण क्षेत्र में 35.14 फीसदी ही कनेक्शन

मिशन लांच होने के बाद से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में महज 35 फीसदी ही कनेक्शन हो पाए हैं। अगस्त 2019 में मिशन लांच होने के बाद 57 हजार 776 कनेक्शन ग्रामीण क्षेत्र में बताए जा रहेे हैं। सर्वे के अनुसार शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में कुल 1 लाख 81 हजार 509 कनेक्शन करने थे। इनमें 63 हजार 734 ही कनेक्शन हुए हैं। जिले में हुए 35 फीसदी कार्य से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जलदाय विभाग किस गति से काम को अंजाम दे रहा है। इस संबंध में जलदाय विभाग के एसई मुकेश गर्ग से संपर्क किया तो वह बैठक में व्यस्त थे।
पानी को लेकर होते रहते धरना-प्रदर्शन, लग रहे जाम

जिले में पेयजल संकट को लेकर आए दिन लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां तक की पेयजल संकट के समाधान के लिए राष्ट्रीय और राज्य मार्गों को जाम किया जा रहा है। पेयजल संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित ब्लॉकों की बात की जाए तो सरमथुरा, राजाखेड़ा, सैंपऊ, बाड़ी, सैंपऊ सहित अन्य हैं जहां पर गर्मी में पानी की संकट बना रहता है।
मॉनिटरिंग का अभाव, जिम्मेदार लापरवाह

बता दें जल जीवन मिशन केन्द्र सरकार का बड़ी परियोजना है लेकिन धौलपुर जिले में पीएचईडी के सुस्त अधिकारियों की वजह से इसके कछुआ चाल को भी पीछे छोड़ दिया है। वहीं, मॉनिटरिंग नहीं होने से वजह से भी जिम्मेदार अधिकारी केवल दफ्तरों तक सीमित हैं। हाल ये है कि शहर में कनेक्शन खराब होने की शिकायतों पर लेबर भेज कर काम चलाते हैं। जेईएन और एईएन तक सुस्ती बरतने से उपभोक्ता विभाग के चक्कर काटने पर मजबूर हैं।
जिले के आंकड़े एक नजर में

– कुल ग्राम पंचायत 188

– कुल गांव 793

– सर्वे के अनुसार कुल घर 1 लाख 81 हजार 509

– गांव जहां कार्य चल रहा 513
– गांव जहां कार्य शुरू होना बाकी हैं 190

– नल कनेक्शन पूर्व होने वाले गांव 90

– गांवों में हुए कनेक्शन 63775

– कनेक्शन का प्रतिशत 35.14——–ब्लॉक घर कनेक्शन

धौलपुर 36449 12387
राजाखेड़ा 33284 11724

बाड़ी 32597 10176

सरमथुरा 19678 10637

बसेड़ी 22407 8245

सैंपऊ 37094 10565

—-ब्लॉक गांवधौलपुर 163राजाखेड़ा 144बाड़ी 157सरमथुरा 106बसेड़ी 93सैंपऊ 130

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