धौलपुर

#Janmashtmi 2022 : नन्द के आनन्द भयो-जय कन्हैया लाल की से गूंज उठा समां

धर्म संस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे-युगे… जन्मे कन्हैया, श्रद्धालुओं ने दी बधाई
– घरों-मंदिरों में जन्माष्टमी पर हुए आयोजन
 
#Janmashtmi 2022 : धौलपुर. भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के चतुर्थ अध्याय के आठवें श्लोक में कहा है कि ‘परित्राणाय साधूनाम् विनाशाय च दुष्कृताम्, धर्म संस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे-युगे’।

धौलपुरAug 19, 2022 / 09:09 pm

Naresh

#Janmashtmi 2022 : नन्द के आनन्द भयो-जय कन्हैया लाल की से गूंज उठा समां

नन्द के आनन्द भयो-जय कन्हैया लाल की से गूंज उठा समां
धर्म संस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे-युगे… जन्मे कन्हैया, श्रद्धालुओं ने दी बधाई

– घरों-मंदिरों में जन्माष्टमी पर हुए आयोजन

#Janmashtmi 2022 : धौलपुर. भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के चतुर्थ अध्याय के आठवें श्लोक में कहा है कि ‘परित्राणाय साधूनाम् विनाशाय च दुष्कृताम्, धर्म संस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे-युगे’। अर्थात सीधे-साधे सरल लोगों के कल्याण और दुष्कर्मियों के विनाश के लिए, धर्म की स्थापना के लिए मैं (श्रीकृष्ण) युगों-युगों से प्रत्येक युग में जन्म लेता आया हूं। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का पवित्र अवसर शुक्रवार को जिलेभर में जन्माष्टमी के रूप में मनाया गया। जिलेभर के मंदिरों और घरों में जन्माष्टमी को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए गए। मंदिरों को आकर्षक तरीके के सजाया गया। शहर के प्रमुख राधाबिहारी मंदिर, संतोषी माता मंदिर, लाड़ली जगमोहन मंदिर, रानीगुरु मंदिर, राजगुरु मंदिर, ड्योढ़ी स्थित नृसिंह मंदिर समेत जिलेभर में स्थित मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया और जन्माष्टमी को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए गए। सुबह से ही लोग जन्माष्टमी की तैयारियों में लग गए। मंदिरों और घरों में पूजास्थल को सजाया गया। लड्डूगोपाल को आकर्षक वस्त्र पहनाए गए। बड़ी संख्या में लोगों ने जन्माष्टमी का व्रत रखा। दिनभर भजन आदि के कार्यक्रम चलते रहे। आधी रात ठीक 12 बजे श्रीकृष्ण जन्म पर लोगों ने आरती की। इस दौरान वातावरण ‘जय कन्हैया लाल की…’ के जयघोष से गूंज उठा। इसके बाद लोगों ने प्रसादी ग्रहण की।
सवा लाख की ड्रेस में सजे लाड़ली जगमोहन

मचकुंड स्थित लाड़ली जगमोहन मंदिर में जन्माष्टमी पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। दिनभर मंदिर में सजावट आदि चलती रही। शाम को भजन संध्या का आयोजन किया गया। इस मौके पर राधा-कृष्ण वेशभूषा प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने बच्चों को राधा-कृष्ण के रूप में सजा कर लाए। मंदिर को रंगीन लाइटिंग और फूल-पत्तियों से सजाया गया। महंत कृष्णदास ने बताया कि जन्माष्टमी के मौके पर लाड़ली-जगमोहन को सवा लाख रुपए की ड्रेस से सजाया गया। रात 12 बजे आरती कर प्रसाद वितरित किया गया।
फूलोंं और लाइट से सजा राधाबिहारी मंदिर

शहर के बीच स्थित राधाबिहारी मंदिर पर भी सुबह से ही जन्माष्टमी की तैयारियां शुरू हो गईं। मंदिर को फूलों और लाइटिंग से सजाया गया। पुजारी बृजेन्द्र ने बताया कि इस मौके पर राधा-बिहारी की प्रतिमा को आकर्षक तरीके व गहनों से सजाया गया। लोगों ने भजन आदि गाए। रात 12 बजे आरती कर प्रसाद वितरित किया गया।
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