जिले की चंबल नदी के बाद अपनी पहचान रखने वाली पार्वती मुख्य बड़ी नदी है। जिस पर पार्वती बांध भी बना हुआ है। दोनों मंदिरों के बीच बहने वाली पार्वती नदी पर सिंचाई विभाग की ओर से कई साल पहले एनीकट का निर्माण भी कराया गया था। उसकी वजह से दोनों मंदिरों के बीच जलभराव की स्थिति भी बनी रहती है। दोनों मंदिरों के बीच बहने वाली पार्वती नदी अपने आप में प्राकृतिक सौंदर्य का अनोखा केंद्र है। जहां सुंदरता की छटा हमेशा बनी रहती है। जीव जंतु पक्षी यहां किलकारियां करते रहते हैं। शाम होते ही अनन्य प्रकार के पक्षियों की आवाज यहां सुनाई देती है। प्रशासन और जनप्रतिनिधि अपना ध्यान आकर्षित कर दें, तो निश्चित ही इस स्थान पर एक खास पिकनिक स्पॉट भी बनाया जा सकता है।