मचा हडक़म्प, डांग के गांवों में पानी समस्या देखने पहुंचे अधिकारी
कार्यवाहक कलक्टर सहित पीएचईडी अधिकारी, तहसीलदार भी पहुंचे
पलायन करने वाले गांवों में मनरेगा में बनाए जाएंगे तालाब व टांके
धौलपुर. डांग क्षेत्र के गांवों से पानी की समस्या को लेकर पलायन करने वाले ग्रामीणों की व्यथा का राजस्थान पत्रिका
धौलपुर
Updated: April 24, 2022 07:58:22 pm
मचा हडक़म्प, डांग के गांवों में पानी समस्या देखने पहुंचे अधिकारी
कार्यवाहक कलक्टर सहित पीएचईडी अधिकारी, तहसीलदार भी पहुंचे पलायन करने वाले गांवों में मनरेगा में बनाए जाएंगे तालाब व टांके
धौलपुर. डांग क्षेत्र के गांवों से पानी की समस्या को लेकर पलायन करने वाले ग्रामीणों की व्यथा का राजस्थान पत्रिका में खुलासा होने पर रविवार को अधिकारियों में हडक़म्प मच गया। इस पर कार्यवाहक जिला कलक्टर तथा जिला परिषद सीईओ चेतन चौहान विभागीय अधिकारियों के साथ डांग क्षेत्र के दुर्गम गांवों में पहुंचे। इस दौरान लोगों से उन्होंने पेयजल तथा मवेशियों के लिए पानी की व्यवस्था को लेकर जानकारी ली। जिसमें सामने आया कि फरवरी माह में ही घास सूख जाती है। ऐसे में मवेशियों के लिए चारे व पानी की समस्या हो जाती है। इसके चलते पशुपालक उत्तरप्रदेश के युमना, मध्यप्रदेश तथा पार्वती व चम्बल नदी के किनारों पर रहने चले जाते हैं। बारिश के बाद फिर से घर लौटते हैं। यह समस्या आज की नहीं, वर्षों से चली आ रही है, लेकिन किसी भी अधिकारी ने इनकी व्यवस्था करने की पहल नहीं की है। इस सम्बंध में राजस्थान पत्रिका ने 24 अप्रेल को ‘गर्मी आते ही डांग में शुरू हुआ पानी के लिए पलायन’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इधर, सीईओ चेतन चौहान ने बताया कि जिन गांवों में लोग पलायन करते हैं, उन गांवों में मनरेगा के तहत तालाब, टांके बनवाए जाएंगे। इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। वहीं सबसे बड़ी समस्या बिजली की आती है, इस कारण वहां पर पानी की आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाती है। इसके लिए अधिशासी अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिए हैं। साथ ही गौलारी, मदनपुर पंचायतों के विभिन्न गांवों का दौराकर जहां पर पानी की उपलब्धता है, वहां पर पेयजलापूर्ति सुचारू कराई है। ग्राम मदनपुर व गोलारी में पेयजल की व्यवस्था का निरीक्षण किया। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि प्रतिवर्ष मवेशीपालक परिवार कुछ सदस्यों के साथ घर से 15-20 किमी दूरी पर अच्छी घास व पानी वाले स्थान पर चले जाते है। इस स्थान को लोकल भाषा में खिरकारी कहते है। निरीक्षण के दौरान पीएचईडी एक्सईएन निरंजन मीणा, तहसीलदार, सरपंच तथा अन्य अधिकारी मौजूद रहे। धौलपुर. गांवों में लोगों से पानी को लेकर जानकारी लेते सीईओ व अन्य विभागीय अधिकारी।

मचा हडक़म्प, डांग के गांवों में पानी समस्या देखने पहुंचे अधिकारी
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