scriptममता शर्मसार, नवजात को नाले में फेंका | Mamta embarrassed, threw newborn into the drain | Patrika News

ममता शर्मसार, नवजात को नाले में फेंका

locationधौलपुरPublished: Dec 11, 2019 11:53:11 am

Submitted by:

Mahesh Gupta

शहर में मंगलवार को ममता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई। प्रसव के बाद नवजात शिशु (लडक़ा) को बेदर्दी से राजकीय मातृ एवं शिशु संस्थान के सामने स्थित गंदे नाले में फेंक दिया गया।

ममता शर्मसार, नवजात को नाले में फेंका

ममता शर्मसार, नवजात को नाले में फेंका

ममता शर्मसार, नवजात को नाले में फेंका
पूर्ण विकसित था शिशु (लडक़ा)
धौलपुर. शहर में मंगलवार को ममता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई। प्रसव के बाद नवजात शिशु (लडक़ा) को बेदर्दी से राजकीय मातृ एवं शिशु संस्थान के सामने स्थित गंदे नाले में फेंक दिया गया। इससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। करीब 24 घण्टे पुराने नवजात को दोपहर करीब 12 बजे नाले के पास ठेला संचालकों ने कपड़े में लिपटा देखा तो लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पहुंचे चिकित्सालय प्रशासन तथा कोतवाली थाना पुलिस ने नवजात को नाले से निकलवा कर मोर्चरी में रखवाया।
राजकीय सामान्य चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. समरवीरसिंह ने बताया कि नवजात शिशु करीब 24 घण्टे पुराना है। शिशु को दो कपड़ों में लपेटा हुआ था। किसी ने जन्म के बाद ही इसे नाले में फेंक दिया गया। बच्चे का जन्म किसी निजी चिकित्सालय में हुआ है, जिसमें नाल में स्टेपल भी लगी हुई है। राजकीय सामान्य चिकित्सालय में ऐसा कोई बच्चा न तो मिसिंग है और ना ही किसी शिशु की मौत हुई है। बच्चा पूर्ण विकसित और हष्टपुष्ट प्रतीत हो रहा है और उसका वजन भी करीब 3.50 किलो के आसपास है। चिकित्सालय में उसका पोस्टमार्टम कराया गया है। इधर कोतवाली थाना प्रभारी रमेश तंवर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अज्ञात व्यक्ति या महिला के खिलाफ के मामला दर्ज किया जाएगा। वहीं मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरे की क्लिपिंग निकलवा कर भी आरोपी को चिह्नित करने का प्रयास किया जाएगा।
पालने में ही डाल जाते तो जिंदगी तो बचती
पीएमओ डॉ. समरवीर सिंह का कहना है कि राज्य सरकार ने राजकीय सामान्य चिकित्सालय में पालना गृह बनाया हुआ है। जिसमें अनचाहे बच्चों को रखने के लिए पालना रखा हुआ है, जिसमें डालने वाले की पहचान भी नहीं होती है। अगर किसी को बच्चा नहीं चाहिए था तो पालने में भी डाल सकते थे, जिससे शिशु की जान तो बच सकती थी। जिससे उसकी अच्छी परवरिश हो सकतीथी।
यूं चला पता
किसी निजी चिकित्सालय में जन्मे नवजात को किसी ने एमसीएच के सामने डाकघर के आगे बने गंदे नाले में कपड़ों में लपेट कर डाल दिया। रात भर वह नाले में पड़ा रहा। वहां पर रोज की तरह एक दर्जन ठेला संचालक ठेला लगाते हंै, लेकिन किसी का ध्यान नहीं गया। लेकिन करीब 12 बजे शिशु बहकर नाले के ऊपर हटी दो पट्टियों के बीच बहकर आ गया। वहीं पर लगे नल से पानी भरने के दौरान पकौड़ी का ठेला लगाने वाले युवक को शिशु के पैर दिखे। इस पर उसने लोगों को बताया तो भीड़ लग गई। बाद में सूचना पर चिकित्सक तथा कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। एमसीएच के सामने हुई घटना से पहले तो चिकित्सकों में भी हडक़म्प मचा। इस पर तुरंत एमसीएच वार्डों को खंगाला गया कि किसी को बच्चा मिसिंग या मृत तो नहीं है। जब ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया तो चिकित्सकों ने भी राहत की सांस ली।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो