scriptपार्वती नदी दूसरे दिन भी उफान पर, कई रास्तों पर आवागमन बंद | Parvati river in spate for the second day, traffic closed on many road | Patrika News
धौलपुर

पार्वती नदी दूसरे दिन भी उफान पर, कई रास्तों पर आवागमन बंद

सैंपऊ. क्षेत्रभर में पार्वती नदी का रौद्र रूप देखा जा रहा है। लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी पार्वती नदी उफान पर रहने से करीब दो दर्जन गांवों का उपखंड मुख्यालय से संपर्क टूटा रहा। पार्वती नदी की रपट पर फिलहाल 5 फीट तक पानी बह रहा है। हालांकि लगातार बांध से पानी की आवक में गिरावट होने के कारण सोमवार के दिन की

धौलपुरAug 03, 2021 / 09:03 pm

Naresh

Parvati river in spate for the second day, traffic closed on many roads

पार्वती नदी दूसरे दिन भी उफान पर, कई रास्तों पर आवागमन बंद

पार्वती नदी दूसरे दिन भी उफान पर, कई रास्तों पर आवागमन बंद

सैंपऊ. क्षेत्रभर में पार्वती नदी का रौद्र रूप देखा जा रहा है। लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी पार्वती नदी उफान पर रहने से करीब दो दर्जन गांवों का उपखंड मुख्यालय से संपर्क टूटा रहा। पार्वती नदी की रपट पर फिलहाल 5 फीट तक पानी बह रहा है। हालांकि लगातार बांध से पानी की आवक में गिरावट होने के कारण सोमवार के दिन की अपेक्षा नदी का जलस्तर घट रहा है। यही स्थिति रही तो रात तक नदी की रपट से आवागमन सुचारू होने की संभावना जताई जा रही है। विकास अधिकारी अनूप रावत तथा तहसीलदार राकेश गिरी ने जानकारी देते हुए बताया कि फिहाल पार्वती बांध से 3 गेट खोल कर करीब 5 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। बीते दिन की अपेक्षा नदी का जलस्तर कम होने से आमजन को थोड़ी राहत मिली है। लेकिन सैपऊ – बाड़ी मार्ग पर आवागमन दूसरे दिन भी पूरी तरह से बंद रहने से लोगों का उपखंड मुख्यालय से संपर्क टूटा रहा है। नदी की रपट पर चादर चलने से पुलिस और प्रशासन नदी के दोनों और किनारों पर बैरिकेड के साथ मुस्तैदी से तैनात है। तहसीलदार राकेश गिरी थाना अधिकारी परमजीत सिंह ने बताया कि किसी भी आपातकाल के समय स्थिति से निपटन के लिए पूरे बंदोबस्त किए गए हैं। पार्वती बांध में लगातार पानी की आवक होने से 5 गेट खोलकर आठ हजार क्यूसेक से पानी निकाला गया है।
नदी के पानी ने छोड़े तबाही के निशाननदी के जलस्तर में हो रही गिरावट के बाद पानी ने तबाही के निशान छोड़ रहा है। निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों का काफी नुकसान हुआ है। कहीं कच्ची दीवार ढह गई तो कहीं छप्परपोश धराशाई हो गए। वहीं कई पक्के मकानों की दीवारों में दरार आने से लोगों का नुकसान हुआ है। वहीं नदी के निकट श्मशान घाट के बाउंड्री वाल भी पानी की रफ्तार से धराशाई हो गई। लोगों ने बताया कि अधिकतर नदी किनारे खेतों में खड़ी सैकड़ों बीघा खरीफ की फसल बर्बाद होने के आसार हैं। ऐसे में लोग मुआवजे की मांग को लेकर प्रशासन के मोहताज बने हुए हैं।
मकानों के चारों तरफ भरा पानी
पार्वती बांध से नदी में पानी छोडऩे के बाद कस्बे के नचले मोहल्ला के अलावा पार्वती नदी से सटे अन्य गांव में भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हुए हैं। हालांकि पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क है। हलका पटवारी ग्राम पंचायत सचिव गांव में रहने के लिए ही पाबंद किया है। सैपऊ बाड़ी पार्वती नदी सकवारा पार्वती नदी की रपट मालौनी खुर्द पानी आ जाने से 2 दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क टूट गया है।
इनका कहना है
पानी भर जाने के कारण जिन किसानों की फसल नष्ट हुई है और मकान या दीवार धराशाई हुई है। इसकी जिला कलक्टर से बात कर सर्वे कराकर मुआवजा दिलाया जाएगा। जरूरत पड़ी तो इसके लिए मुख्यमंत्री से भी बात की जाएगी। गिर्राज सिंह मलिंगा, विधायक, बाड़ी। सैपऊ. पानी से घिरे मकान। सैपऊ. खेतों में पानी भर जाने से खराब हुई फसल। सैपऊ. पार्वती रपट पर चलती चादर।
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