धौलपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण के बचाव को लेकर भले ही निजी व राजकीय विद्यालयों में 31 जुलाई तक छात्रों का अवकाश घोषित कर रखा है। लेकिन शिक्षा विभाग ने बिना छात्रों के स्कूल में ड्यूटी दे रहे शिक्षकों को अब घर-घर जाकर अनामांकित बच्चों का सर्वे करने व 15 जुलाई तक प्रवेश उत्सव आयोजित कर स्कूलों में नामांकन बढ़ोतरी करने की जिम्मेदारी सौंपी है। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत शिक्षकों की टीम गठित की जाएंगी।
शिक्षकों की ये टीम संबंधित केचमेंट एरिया में घर-घर जाकर 0 से 18 वर्ष तक के समस्त बालक बालिकाओं का हाउस होल्ड सर्वे एवं गत शैक्षिक सत्र के दौरान किए सर्वे का अपडेशन कर रिकार्ड संधारित करेंगे। इस दौरान 3 से 18आयु वर्ग के समस्त बच्चों के आयु अनुरूप संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र एवं विद्यालयों में जोड़ा जाएगा। राज्य परियोजना निदेशक की ओर से शिक्षा विभाग के साथ, महिला बाल विकास व पंचायती राज विभाग को संयुक्त रूप से कोविड-19 महामारी की जारी गाइडलाइन की पालना करते हुए वृहद कार्ययोजना तैयार कर स्कूलों में नामांकन बढ़ोतरी के प्रयास प्रारंभ करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं। शत-प्रतिशत नामांकन अर्जित करने वाली ग्राम पंचायतों को उजियारी ग्राम पंचायत घोषित किया जाएगा।
शत-प्रतिशत नामांकन प्राप्ति वाले स्कूलों एवं संस्था प्रधानों का होगा सम्मान
विभागीय आदेशों में कोविड को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों की पालना करते हुए सीआरसी शहरी एवं ग्रामीण स्तर पर पीईईओ के निर्देशन में हाउसहोल्ड सर्वे किया जाना है। जिसमें अनामांकित, ड्रॉपआउट एवं प्रवासी मजदूरों के बच्चों को चिह्नित कर उनको विद्यालय की मुख्यधारा से जोडऩा होगा।
पीईईओ स्तर कार्ययोजना एवं मॉनिटरिंग कर संधारित करना होगा रिकॉर्ड ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी (पीईईओ) को स्कूल स्तरीय प्रवेश समिति बनाकर नवप्रवेश रजिस्टर संधारित करना होगा। पीईईओ को पंचायत क्षेत्र के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों के संस्था प्रधानों शिक्षकों की वार्ड वाइज टीम गठित कर सर्वे कार्य, गत सत्र के रिकार्ड को अपडेशन करने तथा 3 से 5 तक आयु के बच्चों का संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र में तथा 5 साल से अधिक आयु वर्ग के बालक बालिकाओं को कक्षा अनुसार स्कूलों में प्रवेश दिलाने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए एसएमसी व एसडीएमसी, स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी लेने को कहा है। प्रवेश उत्सव अभियान की सफलता के लिए ब्लॉक से जिला स्तरीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है। परिषद ने शिक्षकों को नव प्रवेशित बच्चों की सूचना एंव अपडेशन का कार्य शाला दर्पण पर करनी होगी। राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा ने कहा कि नामांकन तथा ठहराव के लक्ष्य को अर्जित करने वाली संस्थाओं, संस्था प्रधानों, शिक्षकों एवं अन्य सहयोगी संस्थाओं को प्रोत्साहित करने का निर्णय स्वागत योग्य है।