मरीजों के स्वास्थ्य से खेल रहे झोलाछाप, चुप्पी साध कर बैठा विभाग
धौलपुरPublished: Oct 15, 2023 07:34:28 pm
- जिले में 100 से अधिक चल रहे नर्सिंग होम व पैथलॉजी पर भी अंकुश नहीं
- एक सप्ताह में इलाज के दौरान दो जनों की मौत, फिर भी जिम्मेदारों पर नहीं असर


धौलपुर. पिछले एक सप्ताह में कथित झोलाछापों के इलाज से दो लोग जान गवा चुके हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार आंखे मूंद कर बैठे हैं। हाल ये है कि संबंधित क्लीनिक पर जांच करने टीम भी नहीं पहुंची। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इससे पल्ला झाड़ रहे हैं। जबकि जिले में महज 30 निजी अस्पताल पंजीकृत है। शेष रामभरोस संचालित हैं। इनमें अप्रशिक्षित कर्मचारी इलाज कर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे है। इसके बाद भी एक भी इन नर्सिंग होम व अस्पतालों पर कार्रवाई नहीं हो पाई है। जबकि जिले में सौ से अधिक नर्सिंग होम, क्लीनिक व अस्पताल संचालित हैं। खास बात ये है कि हर माह स्वास्थ्य विभाग की बैठक होती है। बैठक में जिला कलक्टर झोलाछाप व अवैध अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लीनिक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश देते हैं। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग हाथ पर हाथ धरे हुए बैठा है। यही कारण है कि जिले में एक सप्ताह में कथित झोलाछापों के इलाज से दो जने जान गवा चुके हैं। जिले के बसई नबाव क्षेत्र में बुखार के दौरान गलत इलाज से तबियत बिगड़ गई। हालत गंभीर होने पर कथित झोलाछापों ने इन्हें बड़े अस्पताल ले जाने की सलाह दी। परिजनों ने गलत इलाज करने का आरोप भी लगाया था। जिसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग मौन साधे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मृतक के परिजनों से मिलकर जानकारी ली है।