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पसरा सन्नाटा, पुलिस के पदचाप ही तोड़ रहे चुप्पी

locationधौलपुरPublished: Apr 04, 2020 06:15:37 pm

Submitted by:

Naresh

लपुर. औंडेला रोड हो या राठौड़ कॉलोनी या फिर मिड-वे। दूर-दूर तक सन्नाटा पसरा है। भय इतना ही लोग घरों से तो निकल ही नहीं रहे। बाहर भी देखना हो तो या तो छतों पर जाते हैं या फिर खिड़कियों की कनखियों से। इस सन्नाटे को अगर चीरती दिखाई पड़ती है तो केवल पुलिस की सायरन बजाती गाड़ी या गश्ती दल के बूटों की पदचाप। इतना ही नहीं जहां दो दिन पहले चबूतरों पर वार्तालाप का दौर दिन-रात चलता था और परचूनी की दुकानों पर उपभोक्ता झुण्ड बनाकर खड़े रहते थे। वहां भी अब वीरानी छाई हुई है।

Quiet silence, breaking the silence of the police

पसरा सन्नाटा, पुलिस के पदचाप ही तोड़ रहे चुप्पी

पसरा सन्नाटा, पुलिस के पदचाप ही तोड़ रहे चुप्पी
दूध-सब्जी वाले भी नहीं कर रहे रुख
दो दिन से भूखों को पुलिस ने अपने भोजन के दिए पैकेट
कफ्र्यग्रस्त इलाके के हाल
धौलपुर. औंडेला रोड हो या राठौड़ कॉलोनी या फिर मिड-वे। दूर-दूर तक सन्नाटा पसरा है। भय इतना ही लोग घरों से तो निकल ही नहीं रहे। बाहर भी देखना हो तो या तो छतों पर जाते हैं या फिर खिड़कियों की कनखियों से। इस सन्नाटे को अगर चीरती दिखाई पड़ती है तो केवल पुलिस की सायरन बजाती गाड़ी या गश्ती दल के बूटों की पदचाप। इतना ही नहीं जहां दो दिन पहले चबूतरों पर वार्तालाप का दौर दिन-रात चलता था और परचूनी की दुकानों पर उपभोक्ता झुण्ड बनाकर खड़े रहते थे। वहां भी अब वीरानी छाई हुई है। स्थानीय लोगों में तो भय व्याप्त है ही, वहीं अब दूध और सब्जी वाले भी कफ्र्यू वाले इलाके की ओर रुख ही नहीं कर रहे हैं। ऐसे में लोगा को न तो सब्जी पहुंच पा रही है और ना ही दूध की व्यवस्था हो पा रही है। ऐसे में ड्यूटी पर तैनात जवानों को भोजन के पैकेट देने पहुुंचे पुलिसकर्मियों के सामने ही दो दिन से भूखे कुछ लोग पहुंचे तो पुलिस अपना खाने के पैकेट उनमें वितरित किए। साथ ही कई लोगों ने हिम्मत कर रसद सामग्री उपलब्ध कराने की मांग की।
इसमें यह तथ्य भी सामने आया है कि पुलिस के अलावा अन्य जिम्मेदार विभागों के कार्मिक भी राठौड़ कॉलोनी सहित आसपास की कॉलोनियों में जाने से कतरा रहे हैं। अधिकारियों के कहने के बाद भी कार्मिक नहीं जा रहे हैं। ऐसे में लोगों के सामने अब भोजन तथा रसद सामग्री की किल्लत पैदा हो गई है। हालांकि जिला प्रशासन रसद सामग्री उपलब्ध कराने की व्यवस्था कर रहा है, लेकिन लोग भी घरों से बाहर आकर नहीं निकल रहे हैं।
जगह-जगह बेरिकेडिंग, मुस्तैद जवान
तब्लीगी जमात से लौटे युवक के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद राठौड़ कॉलोनी को केन्द्र मानते हुए एक किलोमीटर परिधि में कफ्र्यू की सख्त पालना के लिए पुलिस ने गली-मोहल्ले तथा मुख्य रास्तों पर बेरिकेडिंग लगाकर जवान खड़े कर दिए हैं। ये जवान दिन-रात अलग-अलग पारियों में ड्यूटी दे रहे हैं। इनका भोजन भी ड्यूटी स्थल पर भेजा जा रहा है। वहीं बीच-बीच में पुलिस-प्रशासन के उच्चाधिकारी भी स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
जांच में जुटी मेडिकल टीम
कफ्र्यू ग्रस्त इलाकों के सभी परिवारों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। इसके लिए चिकित्सा विभाग की ओर से पचास मेडिकल टीम लगी हुई है। इसके बाद बफर जोन में भी उन परिवारों की जाएगी। जिनमें लक्षण दिखाई दे रहे हैं। इधर नगरपरिषद आयुक्त सौरभ जिंदल ने बताया कि कफ्र्यू ग्रस्त इलाके के अलावा सभी क्वारेंटाइन वार्डों व स्थलों को सेनेटाइज किया जा चुका है।
पेट्रोल पम्प व बैंक भी बंद
आवश्यक सेवाओं में शामिल होने के बाद भी कफ्र्यू ग्रस्त इलाके में स्थित पेट्रोल पम्प व बैंक तक बंद हैं। ऐसे में वहां से निकलने वाले वाहन चालकों व बड़े वाहनों को भी पेट्रोल व डीजल नहीं मिल पाता है। वहीं अप्रेल माह शुरू होने के बाद भी बैंक नहीं खुलने से उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है।
इनका कहना है

कफ्र्यूग्रस्त इलाके में पूरी सख्ती बरती हुई है। जगह-जगह जवान तैनात किए हुए हैं। वहीं भय के चलते अब दूध तथा सब्जी वाले भी नहीं जा रहे हैं। जवानों को भोजन के पैकेट देने के दौरान कुछ लोग भोजन मांगने आए थे, जिनको पुलिस ने भोजन उपलब्ध कराया। वहीं कुछ रसद सामग्री की मांग कर रहे थे। इसके लिए जिला कलक्टर महोद्य को अवगत करा दिया है। वहीं पुलिस के अलावा कई विभागों के कार्मिक भी वहां जाने से कन्नी काटने की जानकारी मिली है।
मृदुल कच्छावा, पुलिस अधीक्षक, धौलपुर।
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