यह है मामला मचकुंड में थर्मल पॉवर प्लांट के लिए जा रही चंबल के पानी की पाइपलाइन से पानी डालने का प्रावधान किया गया था। इसमें पानी थर्मल पॉवर की ओर से तथा पानी पहुंचाने की बिजली का बिल नगर परिषद की ओर से भरा जाना था। गत वर्ष थर्मल पॉवर प्लांट से मचकुंड में भरा गया था। हालांकि, नगर परिषद की ओर से इसकी बिजली के बिल के करीब चार लाख रुपए का भुगतान थर्मल पॉवर को नहीं किया गया। ऐसे में इस बार गर्मी के मौसम में पानी नहीं मिलने के कारण मचकुंड सूखने लग गया है।
लोक आस्था का है केन्द्र धौलपुर में बना मचकुंड सरोवर यहां लोक आस्था का बड़ा केन्द्र है। अमावस्या और पूर्णिमा सहित करीब-करीब रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आते है। देवछठ पर यहां लख्खी मेला भरता है। सोमवती अमावस्या पर भी यहां हजारों श्रद्धालु जुटने की उम्मीद है।