जिले की विदूषी महिलाओं का किया सम्मान
धौलपुरPublished: Jul 29, 2021 08:19:51 am
धौलपुर. उन्नति के सपने साकार करने के लिए स्वयं के आत्मविश्वास की जरूरत होती है। इसे स्वयं के आत्मविश्वास से धौलपुर जिले की ग्रामीण महिलाओं ने सहायता समूह की स्थापना कर ना केवल स्वयं के क्षेत्र का विकास किया है, बल्कि अब उनकी पहचान दूरदराज देश और विदेश में भी होने लगी है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है।
जिले की विदूषी महिलाओं का किया सम्मान
जिले की विदूषी महिलाओं का किया सम्मान
धौलपुर. उन्नति के सपने साकार करने के लिए स्वयं के आत्मविश्वास की जरूरत होती है। इसे स्वयं के आत्मविश्वास से धौलपुर जिले की ग्रामीण महिलाओं ने सहायता समूह की स्थापना कर ना केवल स्वयं के क्षेत्र का विकास किया है, बल्कि अब उनकी पहचान दूरदराज देश और विदेश में भी होने लगी है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है। यह कहना था एक्सप्रेस क्लब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह रजौरिया का। रजौरिया सहेली फाउंडेशन की आठ विदुषी महिलाओं को एक्सप्रेस क्लब द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह में बोल रहे थे। कहा कि धौलपुर जिले के डांग क्षेत्र विशेषकर ग्रामीण अंचलों से जुड़ी महिलाओं ने मंजरी फाउंडेशन के सहयोग से महिलाओं के स्वयं सहायता समूह को जमीनी हकीकत पर ना केवल स्थापित किया, बल्कि इन महिलाओं ने अपने आत्मविश्वास से स्वयं के परिवारों की उन्नति के साथ साथ अन्य जरूरतमंदों को व्यापार उद्देश से ऋण उपलब्ध कराकर इतिहास रचा है। मंजरी फाउंडेशन प्रबंध निदेशक संजय शर्मा ने कहा कि शुरुआत में धौलपुर जिले में विशेषकर डांग क्षेत्रों में कार्य करना लगभग मुश्किल सा लगता थाए लेकिन हमने हिम्मत नहीं हारी और धीरे-धीरे हम ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं उन्हें स्वयं के अपने परिवार एवं क्षेत्र के विकास की मुख्यधारा से जोडऩे में सफल रहे। सहेली समिति फैडरेशन की महिलाओं ने जिले में ही नहीं बल्कि अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के 3 ब्लॉकों में 15 दिवसीय प्रशिक्षण देकर लगभग 600 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान दिया है। विशिष्ट अतिथि लुपिन फाउंडेशन के प्रभारी सुबोध गुप्ता ने कहा कि धौलपुर जिले भर में मंजरी फाउंडेशन ने महिला सशक्तिकरण में अपनी विशिष्ट पहचान को स्थापित किया है। कार्यक्रम में पूर्व पार्षद चंद्रमोहन त्रिवेदी एवं गौरव शुक्ला ने विचार व्यक्त किए। सहेली समिति फेडरेशन अध्यक्ष कमलेश परमार ने बताया कि शुरुआती दौर में सहायता समूह व महिलाओं को समझाने में बहुत समय लगा। परमार बताती हैं कि स्वयं उन्हें ऐसे समूह से जुड़कर कार्य करने में बहुत अनुभव प्राप्त हुए। आज स्वयं सहायता समूह की बदौलत हम महिलाओं ने अपने परिवार के सपनों को साकार किया है। इस दौरान लूपिन फाउंडेशन के अक्षित शर्मा, सहेली समिति प्रबंधक पंकज राणा, पूर्व पार्षद मुकेश राना, समाजसेवी राहुल राना आदि उपस्थित थे।