वहीं धौलपुर ही नहीं वरन भरतपुर तक के लोगों की प्यास बुझा रही जीवनदायिनी चम्बल में गिर रहा शहर के गंदे नालों का पानी नदी के जल को दूषित कर रहा है। स्वच्छ नदियों में गिनी जाने वाली चम्बल नदी में नगर परिषद की अनदेखी के कारण शहर के गंदे नालों का पानी धड़ल्ले से जा रहा है। इससे नदी में रहने वाले जलीय जीवों का जीवन भी खतरे में पड़ सकता है।
चंबल और उसके बीहड़ों के कारण देशभर में अपनी पहचान रखने वाले धौलपुर का गंदा पानी ही उसकी निर्मलता को दूषित करने में लगा है। पुराने शहर का गंदा पानी काफी समय से नाले-नालियों के माध्यम से नदी में जा रहा है, जो नदी के स्वच्छ जल को गंदला रहा है।इस बारे में जिम्मेदारों को पूरी जानकारी है, लेकिन सब मूकदर्शक बने बैठे हैं।
ना तो नगरपरिषद को इसकी चिंता है और ना ही चंबल का जिम्मा संभालने वाला वन विभाग इसके प्रति गंभीर नजर आता। शहर के समीप से गुजर रही चंबल नदी की मौका स्थिति देखी जाए तो एक बड़ा नाला इसमें पुराने शहर के सैकड़ों लीटर गंदे पानी को उड़ेल रहा है।