सरपंचों ने कलक्ट्रेट तक निकाला मार्च, राशि पीडी खातों में हस्तांतरित करने का विरोध
धौलपुरPublished: Jan 14, 2021 03:14:27 pm
धौलपुर. जिले भर के सरपंच धौलपुर स्थित गांधी पार्क में एकजुट हुए। वहां से जिला कलक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाला। इनका नेतृत्व अखिल भारतीय पंचायत परिषद जिलाध्यक्ष अध्यक्ष अर्जुन कुशवाह ने किया। इस दौरान सरकार द्वारा खोले गए पीडी खातों के विरोध में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व प्रमुख शासन सचिव के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। वहीं सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए।
सरपंचों ने कलक्ट्रेट तक निकाला मार्च, राशि पीडी खातों में हस्तांतरित करने का विरोध
सरपंचों ने कलक्ट्रेट तक निकाला मार्च, राशि पीडी खातों में हस्तांतरित करने का विरोध
धौलपुर. जिले भर के सरपंच धौलपुर स्थित गांधी पार्क में एकजुट हुए। वहां से जिला कलक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाला। इनका नेतृत्व अखिल भारतीय पंचायत परिषद जिलाध्यक्ष अध्यक्ष अर्जुन कुशवाह ने किया। इस दौरान सरकार द्वारा खोले गए पीडी खातों के विरोध में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व प्रमुख शासन सचिव के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। वहीं सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए।
ज्ञापन में बताया कि पीडी खाते खुलने से ग्राम पंचायत के बैंक खातों जो पैसा आता था, वो पैसा अब पीडी खातों में आएगा। सभी प्रकार के भुगतान अब कोषालयों के माध्यम से हुआ करेंगे। इस पर सभी सरपंचों ने कहा कि ऐसे काले आदेश की कड़ी निंदा करते और विरोध करते हैं।
इस मौके पर अर्जुन कुशवाह ने बताया कि अगर ऐसा होता है तो सरपंच के जो स्वतंत्र कार्य करने के मौलिक अधिकार हैं, वो उनसे छिन जाएंगे। गांवों के विकास की गति थम सी जाएगी। गांव के अंतिम व्यक्ति को लाभ नहीं पहुंच पाएगा।
इस आदेश को सभी सरपंचों ने काला आदेश माना है। काले आदेश के कारण ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज की वित्तीय स्वतंत्रता व स्वायत्तता एवं संवैधानिक अधिकारों पर कुठाराघात हो रहा है।
इस मौके पर जिले भर के सभी सरपंच, धौलपुर से सरपंच संघ अध्यक्ष रामनाथ पोषवाल, सैंपऊ से संदीप कुमार, बसेड़ी से बैजनाथ परमार, बाड़ी से धर्मेंद्र परमार उपस्थित रहे। कहा अगर आदेश वापस नहीं लिया जाता है तो जयपुर में भी विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान अर्जुन सिंह सैंपऊ, नीलम परमार तसीमो, रेशम देवी नुनहेरा, संदीप कुमार उमरारा, मुस्कान कुशवाह पुरैनी, अजयकांत शर्मा कैथरी, केके शर्मा कूंकरा-मांकरा, मुकेश रावत सखवारा, शीला त्यागी बरा, अंजना कुशवाह करीमपुर, बंटू कुमार कोलुआ, राजाराम पिपहेरा, श्रीलता रजौरा कला, प्रियंका लोधी कोलारी, मीनेश कुमारी कुरैधा, नगीना देवी चौराखेड़ा, मनीषा गड़ी चटोला, मोती देवी झीलरा, रामवेटी मालोनीखुर्द मौजूद रहे।