गौरतलब रहे कि राजस्थान पत्रिका ने 31 मई के अंक में ‘रजिस्ट्रेशन नम्बर की जगह डायलॉग, साइलेंसर से कर रहे धमाके’ खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जिसके बाद यातायात पुलिस बुधवार को और अधिक सतर्क दिखी। यातायात पुलिस ने बुधवार को साइलेंसर के जरिए तेज आवाज करने वाले बाइक चालकों पर नजर रखी। जिसके बाद बाइक सवार मुख्य बाजार की बजाय गलियों से निकलते दिखे।
तेज आवाज से अन्य वाहन चालक परेशान शहर में कुछ बाइक मालिकों ने अपनी बाइकों के साइलेंसर को मॉडिफाइड करा लिया है। जिसके बाद इनके साइलेंसर से तेज आवाज निकलती है जिससे आगे-पीछे चलने वाले अन्य वाहन चालक चौक जाते हैं और हादसे की आशंका रहती है। बुधवार को गुलाब बाग चौराहे के पास से एक बाइक सवार इसी तरह निकल रहा था। यातायात पुलिस के हैड कांस्टेबल दीनदयाल शर्मा ने तुरंत कार्रवाई कर बाइक को रुकवा कर जांच की। जिस पर उसके पास हेलमेट, ड्राइलिंग लाइसेंस नहीं था और साइलेंसर का गलत तरीके से इस्तमाल कर शोरगुल कर रहे थे। जिस पर पुलिस ने 8 हजार रुपए का चालान काटा और बाइक को एमवी एक्ट की धारा 207 में जब्त कर थाने भिजवा दिया।
शहर में चलेगा अभियान, जब्त होंगे वाहन यातायात पुलिस का कहना है कि एमवी एक्ट का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यातायात प्रभारी मंगतूराम ने बताया कि शहर में यातायात नियमों का उल्लंघन करने और दूसरे वाहन चालकों को परेशान करने वाले इन वाहन चालकों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन प्लेट का अगर गलत उपयोग होते मिला तो चालान काटा जाएगा। केवल तय मापदण्ड के अनुसार नम्बर प्लेट वाहन पर लगवाएं।