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हरी लकड़ियों की हो रही तस्करी प्रशासन बेखबर, माफिया चलवा रहे वृक्षों पर कुल्हाड़ी

locationधौलपुरPublished: Jul 04, 2020 10:08:13 am

मनियां. सरकार की ओर से हरे वृक्षों को बचाने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। यही नहीं हरी लकडियों के काटने, उनके दोहन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है। लेकिन लकड़ी माफिया वन विभाग के सारे नियमों को ताक पर रखकर हरे वृक्षों को कटवा कर लगातार दोहन करने में लगे हैं।

 Smuggling of green wood, administration unaware, mafia gets ax on trees

हरी लकड़ियों की हो रही तस्करी प्रशासन बेखबर, माफिया चलवा रहे वृक्षों पर कुल्हाड़ी

हरी लकड़ियों की हो रही तस्करी प्रशासन बेखबर, माफिया चलवा रहे वृक्षों पर कुल्हाड़ी

मनियां. सरकार की ओर से हरे वृक्षों को बचाने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। यही नहीं हरी लकडियों के काटने, उनके दोहन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है। लेकिन लकड़ी माफिया वन विभाग के सारे नियमों को ताक पर रखकर हरे वृक्षों को कटवा कर लगातार दोहन करने में लगे हैं। वन विभाग व पुलिस की आंखों के सामने से हरी लकडियों से भरी ट्रैक्टर-ट्रोली आदि दिन रात निकल रहे हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं। क्षेत्र में वृक्षों की संख्या लगातार कम होती जा रही है। हरियाली गायब हो रही है। इधर सरकार पौधरोपण कार्यक्रम चला कर वृक्षों को बचाने में लगी है। वैसे भी मनियां जिले में पहले स्थान पर आता है, जो हरी लकडियों के दोहन करने में सबसे आगे है। यही नहीं कस्बे में दो दर्जन से अधिक आरा मशीनें हैं, लेकिन कुछेक के पास ही लाइसेंस है।
चोरी-छुपे करते हैं दोहन
लकड़ी माफिया क्षेत्र में जाकर लोगों से वृक्षों का सौदा कर लेते हैं। चोरी छिपे वृक्षों को कटवाकर आरा मशीनों तक पहुंचा देते हैं। वृक्षों पर कुल्हाड़ी, आरियां चलाकर थोड़े से लालच की खातिर हरियाली को खत्म करने पर लगे हैं। कस्बे की आरा मशीनों पर रोजाना कई टन लकडिय़ां कट रही हैं। हरे वृक्षों की लकडिय़ों को ट्रैक्टर-ट्रोली आदि में भरकर लाया जा रहा है। कभी कभी पुलिस एवं वन विभाग की निगाहों से बचने के लिए लकड़ी से भरे वाहनों को तिरपाल से ढककर लाया जाता है। ग्रामीणों क्षेत्रों में हरे वृक्षों को अधिक पैमाने पर काटा जा रहा है।
विभाग की कार्रवाई बनी खानापूर्ति

लोग जगह जगह पौधरोपण करते हैं और प्रकृति संरक्षण के लिए जागरूक करते हैं। प्रकृति में इसी तरह वृक्षों की संख्या कम होती रही तो जानवर, पक्षी, पशु आदि के लिए मुश्किल होगी। कुछ भी हो लकड़ी माफिया वन विभाग एवं पुलिस प्रशासन की आंखों में धूल झोंकते हुए हरे वृक्षों को काटने में लगे है। विभिन्न रास्तों से होकर लकडियों से भरे ट्रैक्टर गुजरते रहते हैं, लेकिन शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होती है। लकडियों के कारोबार के लिए मशहूर मनियां में यह कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है। कस्बे में दिन रात हजारों टन लकडियों काटकर लाई जा रही हैं। यही नहीं मुख्य रास्तों पर लकड़ी से भरे वाहनों के कारण कभी कभी जाम की स्थिति बन जाती है। वन विभाग प्रशासन को इसकी जानकारी भी है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर दी जाती है।

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