scriptस्वच्छ सर्वेक्षण 2022: राजस्थान में 9वें और देश में 232वें स्थान पर रहा हमारा धौलपुर | Swachh Survekshan 2022: Our Dholpur ranked 9th in Rajasthan and 232 in | Patrika News

स्वच्छ सर्वेक्षण 2022: राजस्थान में 9वें और देश में 232वें स्थान पर रहा हमारा धौलपुर

locationधौलपुरPublished: Oct 03, 2022 06:38:23 pm

Submitted by:

Naresh

-पिछले साल की रैंकिंग से आया उछाल, इस बार मिला 2701.41 का स्कोर
– नाली व सडक़ों की सफाई, स्वच्छ पानी और खुले में कचरा नहीं मिलने पर आए सर्वाधिक पॉइंट
– सौंदर्यीकरण, बाजारों और कॉलोनियों में सफाई में मिले कम पॉइंट

 Swachh Survekshan 2022: Our Dholpur ranked 9th in Rajasthan and 232 in the country

स्वच्छ सर्वेक्षण 2022: राजस्थान में 9वें और देश में 232वें स्थान पर रहा हमारा धौलपुर

स्वच्छ सर्वेक्षण 2022: राजस्थान में 9वें और देश में 232वें स्थान पर रहा हमारा धौलपुर

-पिछले साल की रैंकिंग से आया उछाल, इस बार मिला 2701.41 का स्कोर

– नाली व सडक़ों की सफाई, स्वच्छ पानी और खुले में कचरा नहीं मिलने पर आए सर्वाधिक पॉइंट
– सौंदर्यीकरण, बाजारों और कॉलोनियों में सफाई में मिले कम पॉइंट

नितिन भाल

#Swachh Survekshan 2022 news dholpur: धौलपुर. स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की रैंकिंग में धौलपुर ने राजस्थान के कई बड़े शहर-कस्बों को पीछे छोड़ते हुए राज्य में 9वीं और देशभर में 232वीं रैंकिंग हासिल की है। पिछले साल के मुकाबले यह काफी लंबी छलांग है। गत वर्ष की रैंकिंग में धौलपुर देशभर में 331वें और राज्य में 19वें स्थान पर था। इस तरह धौलपुर ने राज्य में दस स्थानों की छलांग लगाई है। वहीं, देश में तो करीब सौ स्थानों की छलांग लगाई गई है।नगर परिषद आयुक्त लजपाल सिंह ने बताया कि रैंकिंग में सुधार बहुत मायने रखता है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय और सरकार की ओर से स्वच्छता सर्वेक्षण में मानक लगातार कड़े किए जा रहे हैं। इससे पूरे देश मे प्रतिस्पर्धा काफी बढ़ गई है। सर्वेक्षण में कचरा संग्रहण, कचरा प्रसंस्करण व निस्तारण, शहर की स्थिति सहित कई बातें शामिल हैं। बाजार और कॉलोनियों की सफाई और सौंन्दर्यीकरण को कम पॉइंटरैंकिंग में भले की धौलपुर ने लंबी छलांग लगाई हो लेकिन, सर्वेक्षण में मूल काम सफाई और शहर के सौंन्दर्यीकरण को सबसे कम पॉइंट मिले हैं। बाजारों और कॉलोनियों में सफाई सही नहीं पाई गई है। वहीं, शहर का सौंदर्यीकरण भी नहीं हुआ है। ऐसे में इन तीनों कैटेगरी में धौलपुर को 25 फीसदी से भी कम अंक मिले। अगर इन क्षेत्रों में और ध्यान दिया जाता तो शहर की रैंकिंग और आगे आ सकती थी।7500 अंकों का था सर्वेक्षणदेशभर के स्वच्छ शहरों की पहचान कर उनको रैंकिंग देने के लिए इस बार 7500 अंकों का स्वच्छता सर्वेक्षण हुआ। सर्वेक्षण के लिए सर्विस लेव प्रोग्रेस के सर्वाधिक 3 हजार अंक, सिटीजन वॉयस के लिए 2250 अंक और प्रमाणीकरण के लिए 2250 अंक निर्धारित थे। वर्ष 2021 में 6 हजार अंकों का स्वच्छता सर्वेक्षण हुआ था।बॉक्स… इन कमियों पर दें ध्यान तो अवार्ड कैटेगरी में भी आएं- पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाने में कारगर प्रयास नहीं हुए। इसके विकल्पों पर ध्यान नहीं दिया गया।- बर्तन बैंक और झोला बैंक की वार्डों में स्थापना नहीं हो सकी।- कचरा कलेक्शन व्यवस्था वार्डों में शत-प्रतिशत नहीं।- ई-वेस्ट और मेडिकल वेस्ट का अलग से कलेक्शन और निपटान की व्यवस्था ठीक नहीं।- सूखा और गीला कचरा अलग-अलग संकलित नहीं हुआ। कुछ इलाकों में प्रयास हुए- घरों पर ही कचरा प्रबंधन की लोगों में आदत नहीं पड़ी।- स्वीपिंग मशीन के उपयोग के बाद भी सडक़ों की ठीक से सफाई नहीं, श्रमिकों का सहारा लेना पड़ रहा। रैंकिंग में और करेंगे सुधारस्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में नगर परिषद का प्रदर्शन और अच्छा रहेगा। रैंकिंग में ज्यादा सुधार हो, इसके लिए शुरू से प्रयास किए जाएंगे। जिन क्षेत्रों में कमजोर रहे हैं, उनमें सुधार किया जाएगा। अवार्ड कैटेगरी में आने के प्रयास किए जाएंगे।- लजपाल सिंह, आयुक्त, नगर परिषद, धौलपुर

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