- धमकी देकर पैसे मांगने वाला फिलहाल फरार धौलपुर. जिले में एक नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का वीडियो वायरल होने से पहले ही जिला पुलिस ने कार्रवाई कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, चार नाबालिगों को भी इस मामले में डिटेन किया गया है। दुष्कर्म का वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पैसे मांगने वाला फिलहाल फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने बताया कि 14 जून को उन्हें एक ऑडियो क्लिप मिली थी। इसमें एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को किसी वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर पैसे मांग रहा था। टोगस ने यह मामला जांच के लिए सीओ सिटी प्रवेन्द्र महला को सौंपा। महला ने साइबर सेल, बाड़ी सदर थाना प्रभारी योगेन्द्र सिंह राजावत और डीएसटी प्रभारी लाखन सिंह की मदद से ऑडियो की पड़ताल की तो मामला चौंकाने वाला निकला। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 4 जून को एक नाबालिग को उसका नाबालिग पुरुष मित्र अपने दोस्त के घर ले गया था। यहां उसके छह दोस्त पहले से ही मौजूद थे। सभी ने नाबालिग से एक-एक कर दुष्कर्म किया। वहीं, इसका वीडियो भी बनाया लिया गया। इस वीडियो की भनक खानपुर मीना निवासी रामजीवन मीना को लग गई। उसने नाबालिग के दुष्कर्म में शामिल नाबालिग पुरुष मित्र को कॉल कर पैसे मांगे और नहीं देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सबसे पहले पीडि़त नाबालिग की पहचान की और उससे व उसके परिजन की समझाइश कर नामजद मामला दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने आरोपितों की धरपकड़ शुरू की। इस मामले में पुलिस ने दुष्कर्म के सात आरोपितों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया है। चार नाबालिगों को डिटेन किया है। धमकी देकर पैसे मांगने वाला भी फिलहाल फरार है।
मोबाइल किए जब्त पुलिस ने इस मामले में सभी आरोपितों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए हैं। इनमें दुष्कर्म का वीडियो भी मिला है। एसपी टोगस ने बताया कि धमकी देने वाले रामजीवन के पास कोई वीडियो नहीं है। उसने सिर्फ धमका कर पैसे ऐंठने के लिए वीडियो वायरल करने की धमकी दी थी।
पुलिसकर्मी बन दी थी धमकी रामजीवन मीना ने पुलिसकर्मी बन कर पीडि़ता के नाबालिग मित्र को धमकी दी थी। इसी का ऑडियो एसपी टोगस तक पहुंचा था। इसी ऑडियो के आधार पर पुलिस टीम ने पूरे मामले का खुलासा किया।
नहीं तो हो जाता थानागाजी जैसा मामला जिला पुलिस की त्वरित कार्रवाई से धौलपुर में भी अलवर के थानागाजी जैसा मामला बनने से बच गया। ऐसे में एक नाबालिग और उसका परिवार शर्मिंदा होने से बच गया और आरोपित कानून के शिकंजे में आ गए।
यह था थानागाजी मामला थानागाजी पुलिस थाने में 2 मई 2019 को यह मामला दर्ज हुआ था। इसमें आरोपितों ने एक दलित दंपती को बंधक बना लिया था। उसके बाद 5 आरोपितों ने पति के सामने ही उसकी पत्नी से गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था। आरोपितों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। वीडियो वायरल होते ही मामले प्रदेशभर में जबरदस्त बवाल मच था। इस घटना की गूंज देश भर में सुनाई दी थी।
इनका कहना है पुलिस ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए रात को ही आरोपितों को दस्तयाब कर मोबाइल जब्त किए। इससे वीडियो वायरल नहीं हो पाया। मामले में जांच जारी है। दुष्कर्म के मामले में सात नामजद आरोपितों में शामिल तीन युवकों को गिरफ्तार कर, चार नाबालिगों को डिटेन किया गया है।
- नारायण टोगस, पुलिस अधीक्षक, धौलपुर