सभी तीनों नालों का गंदा पानी व सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का पानी एक साथ मिल कर शेरगढ़ किले को जाने वाले रास्ते के नीचे होकर गुजर रहे दर्रे नुमा नाले से चम्बल पर बने नए पुल के पास सीधा नदी में जाकर मिल जाता है।
पुराने शहर में नहीं सीवर लाईन
अमृत योजना के तहत पूरे पुराने शहर में सीवर लाइन चालू होने से पहले तक इस समस्या का कोई स्थाई समाधान नगर परिषद के पास नहीं है। हालांकि गंदे नालों के पानी को चम्बल में जाने से रोकने के कई बार प्रयास किए गए हैं। लेकिन चम्बल की ओर ढलान होने एवं वर्षों पूर्व से चले आ रहे नदी के बहाव क्षेत्र के कारण इस समस्या का कोई स्थाई समाधान नहीं है। एक जगह से रोका जाता है तो दूसरी जगह से बहाव शुरू हो जाता है।
पुराने शहर में नहीं सीवर लाईन
अमृत योजना के तहत पूरे पुराने शहर में सीवर लाइन चालू होने से पहले तक इस समस्या का कोई स्थाई समाधान नगर परिषद के पास नहीं है। हालांकि गंदे नालों के पानी को चम्बल में जाने से रोकने के कई बार प्रयास किए गए हैं। लेकिन चम्बल की ओर ढलान होने एवं वर्षों पूर्व से चले आ रहे नदी के बहाव क्षेत्र के कारण इस समस्या का कोई स्थाई समाधान नहीं है। एक जगह से रोका जाता है तो दूसरी जगह से बहाव शुरू हो जाता है।