जिले में बढ़ रहा अपराध का ग्राफ
धौलपुरPublished: Aug 13, 2019 11:42:58 am
धौलपुर. प्रदेश के छोटे जिले में शुमार धौलपुर जिले में अपराध का ग्राफ बढ़ता नजर आ रहा है। यहां के लोगों में सुरक्षा को लेकर खौफ पैदा हो गया है। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं, पुलिस की सुस्त से आपराधिक लोगों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। कई मामले तो ऐसे हैं जिनकी परतें पुलिस खोल नहीं पाई और लोग अब भूल भी चुके हैं। पिछले छह माह में एकाएक चोरी, लूट हत्या के मामले बढ़े हैं लेकिन पुलिस की उदासीनता खाकी पर सवाल खड़े कर रही है।
जिले में बढ़ रहा अपराध का ग्राफ
जिले में बढ़ रहा अपराध का ग्राफ
कई मामलों में अपराधियों को पकडऩा तो दूर, चिह्नित भी नहीं कर सकी पुलिस
भय के साए में जीने को मजबूर लोग
धौलपुर. प्रदेश के छोटे जिले में शुमार धौलपुर जिले में अपराध का ग्राफ बढ़ता नजर आ रहा है। यहां के लोगों में सुरक्षा को लेकर खौफ पैदा हो गया है। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं, पुलिस की सुस्त से आपराधिक लोगों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। कई मामले तो ऐसे हैं जिनकी परतें पुलिस खोल नहीं पाई और लोग अब भूल भी चुके हैं। पिछले छह माह में एकाएक चोरी, लूट हत्या के मामले बढ़े हैं लेकिन पुलिस की उदासीनता खाकी पर सवाल खड़े कर रही है। हालात यह है कि कानून व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी नजर रही है। कहीं भी पुलिस के गंभीर प्रयास दिखाई नहीं दे रहे हैं। ऐसे में आमजन आपराधिक घटनाओं को लेकर दहशत में है। जानकारों का मानना है कि अपराधियों में पुलिस का खौफ तभी होगा जब इस तरह के अपराधी पुलिस की पकड़ में आएंगे। लेकिन ऐसा यहां पर कुछ भी नहीं हो रहा है जिससे उनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
बढ़े हत्या, हत्या के प्रयास व बलात्कार के मामले
धौलपुर जिले में बीते छह माह के आंकडों पर नजर डाले तो यहां हत्या के 34 मामले दर्ज किए गए है, इनमें अधिकांश मामलों में पुलिस आरोपितों को पकडऩा तो दूर चिन्हित भी नहीं कर सकी है।
कुछ ऐसी ही स्थिति हत्या के प्रयास के मामलों की है, जिले के विभिन्न थानों पर हत्या के प्रयास के 50 मामले दर्ज किए गए है, जिनमें 29 मामलों में अभी तक आरोपित चिन्हित करने के लिए अनुसंधान जारी है। इसी क्रम में जिले में बलात्कार के 59 मामले दर्ज हुए, जिसमें 22 मामलों में अभी तक अनुसंधान जारी है। जबकि अपरहण के बीते छह माह में 61 मामले दर्ज है।
नहीं रुक रहीं चोरियां, गश्त सिस्टम फेल
जिले में चोरियों के आंकडों पर नजर डाले तो पुलिस का गश्त सिस्टम फेल नजर आ रहा है। बीते छह माह में नकबजनी के 35 मामलें दर्ज किए गए, जिसमें अधिकांश मामलों में पुलिस आरोपितों का सुराग नहीं लगा सकी है।
इसी क्रम में घरों से चोरियों के 91 मामले विभिन्न थानों पर दर्ज है। इसमें 24 मामलों में तो पुलिस ने पता नहीं लगने पर अनुसंधान ही बंद कर दिया है।
वाहन चोरों का दुस्साहस बुलंदियों पर
जिले में वाहन चोरों का दुस्साहस बुलंदियों पर है। बीते छह महीने में चोरों जिले से 173 वाहनों को चोरी करके ले गए। इसमें पुलिस ने 134 मामलों में सुराग नहीं लगने पर एफआर लगा दी है। जबकि 23 मामलों में पुलिस की तलाश जारी है। बढ़ती वाहन चोरियों ने यातायात पुलिस की व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिा है।
महिला उत्पीडऩ में भी इजाफा
जिले में महिला उत्पीडऩ संबंधित मामलें बढ़े है। आंकडों पर नजर डाले तो महिला उत्पीडऩ संबंधित 318 मामलें दर्ज किए गए है। इसमें दहेज हत्या, दहेज प्रताडऩा, अपहरण, दुष्कर्म, दुष्कर्म के प्रयास संबंधित मामले है। में अधिकांश मामलों में पुलिस का अनुसंधान जारी है।