कुशासन और जंगलराज देने वाली कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंके.... बोले भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर
धौलपुरPublished: Dec 11, 2022 08:36:46 pm
विधानसभा में जन आक्रोश यात्रा के आठवें दिन ग्राम पंचायत सिंघावली बरेह में ओबीसी मोर्चा की ओर से आयोजित चौपाल कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय मंदिर में मां दुर्गा की पूजा अर्चना के साथ हुआ।


कुशासन और जंगलराज देने वाली कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंके.... बोले भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर
धौलपुर. विधानसभा में जन आक्रोश यात्रा के आठवें दिन ग्राम पंचायत सिंघावली बरेह में ओबीसी मोर्चा की ओर से आयोजित चौपाल कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय मंदिर में मां दुर्गा की पूजा अर्चना के साथ हुआ। चौपाल कार्यक्रम में भाजपा राजस्थान के प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, सांसद डॉ.मनोज राजोरिया, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं भरतपुर संभाग प्रभारी मुकेश दाधीच, जिला अध्यक्ष भाजपा धौलपुर श्रवण कुमार वर्मा, जनाक्रोश यात्रा जिला संयोजक पूर्व जिला प्रमुख पंडित किशन चंद शर्मा आदि मौजूद थे। संबोधित करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि भाजपा आज जहां भी पहुंची है, उसके लिए जनसंघ के जमाने से तपस्या करते हुए लाखों समर्पित कार्यकर्ताओं ने अपना जीवन खपा दिया। आज राजस्थान की सत्ता में बैठी गहलोत सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ छल किया है। राजस्थान को भी देश में विकास की मुख्यधारा से जोडऩे के लिए केंद्र के साथ-साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए भाजपा की सरकार बनानी होगी। संभाग प्रभारी दाधीच ने कहा कि गहलोत सरकार को सत्ता से हटाकर भाजपा को सत्ता की कमान सौंपने से ही बहन बेटियां सुरक्षित होंगी, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। साथ ही पेट्रोल-डीजल सहित बिजली के दाम भी कम होंगे। सासंद राजोरिया ने कहा कि धौलपुर की भूमि त्याग और तपस्या, शौर्य और बलिदान के लिए पहचानी जाती है। अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों में जिले की चारों विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों को जिताकर भाजपा सरकार बनाने में अपना योगदान दें। बसेड़ी विधानसभा यात्रा प्रभारी अरविंद पाल सिंह ने कहा कि प्रदेश में आमजन कांग्रेस सरकार से तंग आ चुकी है। अब कांग्रेस सरकार की विदाई का समय आ चुका है। उसके मंत्री व विधायक लोगों को अनसुना कर मनमानी करने पर उतर आए हैं। मुख्यमंत्री मौनमूक होकर देख रहे हैं। किसान, मजदूर व आमजन विरोधी सरकार को अब शासन करने का कोई हक नहीं रहा है।