कोविड वार्ड में शोपीस बने वेंटिलेटर, चलाने वाला ही नहीं है कोई
धौलपुरPublished: May 12, 2021 09:12:27 pm
बाड़ी. कोरोना संक्रमण के बीच जहां देश और प्रदेश के अस्पतालों में वेंटिलेटर के लिए मारामारी मची हुई है और वेंटिलेटर की सख्त आवश्यकता महसूस की जा रही है,
कोविड वार्ड में शोपीस बने वेंटिलेटर, चलाने वाला ही नहीं है कोई
कोविड वार्ड में शोपीस बने वेंटिलेटर, चलाने वाला ही नहीं है कोई
-चलाने वाले चिकित्स्कों को कार्य व्यवस्था के नाम पर लगा रखा है जयपुर
बाड़ी. कोरोना संक्रमण के बीच जहां देश और प्रदेश के अस्पतालों में वेंटिलेटर के लिए मारामारी मची हुई है और वेंटिलेटर की सख्त आवश्यकता महसूस की जा रही है, वहीं धौलपुर जिले के बाड़ी अस्पताल में वेंटिलेटर महीनों से धूल फांक रहे हैं। अस्पताल प्रशासन को एक दर्जन से अधिक वेंटिलेटर कुछ समय पहले उपलब्ध कराए गए थे, लेकिन इनको चलाने वाला कोई विशेषज्ञ नहीं है। ऐसे में अस्पताल के आईसीयू वार्ड में इन वेंटिलेटरों को असेम्बल तो कर दिया है, लेकिन उनको ऑपरेट करने वाला ना तो नर्सिंग स्टाफ है और ना एनेस्थीसिया चिकित्सक। ऐसे में यह जीवन रक्षक मशीन शो पीस बनी हुई है। गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल रैफर किया जा रहा है।
बाड़ी अस्पताल पीएमओ डॉ. एसडी मंगल का कहना है कि अस्पताल के 2 एनेस्थीसिया चिकित्सक डॉ. अजी कुमार और डॉ. रामनरेश शर्मा को कार्य व्यवस्था के नाम पर जयपुर लगा रखा है। साथ में वेंटिलेटर को ऑपरेट करने वाला नर्सिंग स्टाफ भी अस्पताल में उपलब्ध नहीं है। ऐसे में गंभीर मरीजों को धौलपुर भेजना पड़ रहा है। मामले को लेकर यह भी जानकारी मिली है की एक वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मनीष मित्तल जो वेंटिलेटर चलाने की जानकारी रखते थे और जिन्होंने कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों को वेंटिलेटर देकर बचाया भी था, को ऑक्सीजन के अभाव में वार्ड बंद होते ही धौलपुर जिला अस्पताल में कार्य व्यवस्था के आधार पर भेज दिया गया है। ऐसे में अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने में विधायक मलिंगा के प्रयास सफल नहीं हो पा रहे है।