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धौलपुर

क्या हमेशा के लिए तो बंद नहीं हो गई नैरोगेज ट्रेन, दर्जनों गांवों को जोडऩे का थी एकमात्र साधन

बाड़ी. स्टेट समय से चली आ रही धौलपुर-तांतपुर नैरोगेज ट्रेन (जनता गाड़ी) पिछले 5 महीने से बंद पड़ी है। ऐसे में गाड़ी के रेलवे ट्रैक पर लोहे के बड़े गाटर क्रॉस लगाकर रेलवे विभाग ने ट्रैक पर कोई ना जाए इसके इंतजाम किए हैं। महीनों से बंद पड़ी गाड़ी को लेकर अब लोगों को में चर्चा है कि कहीं कोरोना के चलते बंद हुई यह नैरोगेज ट्रेन हमेशा के लिए तो बंद नहीं हो गई। इसको लेकर रेलवे अधिकारी कोई जवाब नहीं दे रहे हैं।

धौलपुरSep 24, 2020 / 07:00 pm

Naresh

 Was the train not stopped forever, was the only means to connect dozens of villages

क्या हमेशा के लिए तो बंद नहीं हो गई नैरोगेज ट्रेन, दर्जनों गांवों को जोडऩे का थी एकमात्र साधन

क्या हमेशा के लिए तो बंद नहीं हो गई नैरोगेज ट्रेन, दर्जनों गांवों को जोडऩे का थी एकमात्र साधन

बाड़ी. स्टेट समय से चली आ रही धौलपुर-तांतपुर नैरोगेज ट्रेन (जनता गाड़ी) पिछले 5 महीने से बंद पड़ी है। ऐसे में गाड़ी के रेलवे ट्रैक पर लोहे के बड़े गाटर क्रॉस लगाकर रेलवे विभाग ने ट्रैक पर कोई ना जाए इसके इंतजाम किए हैं। महीनों से बंद पड़ी गाड़ी को लेकर अब लोगों को में चर्चा है कि कहीं कोरोना के चलते बंद हुई यह नैरोगेज ट्रेन हमेशा के लिए तो बंद नहीं हो गई। इसको लेकर रेलवे अधिकारी कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। पिछले 5 माह से बंद रेलगाड़ी दर्जनों गांवों के ग्रामीणों को बाड़ी, बसेड़ी और धौलपुर जिला मुख्यालय तक पहुंचाने का एकमात्र साधन थी। अब ग्रामीण सडक़ मार्ग से काफी लंबा सफर तय कर गंतव्य तक पहुंच रहे है।
गौरतलब है की धौलपुर से यूपी के तांतपुर गांव तक जाने वाली यह नैरोगेज ट्रेन ना केवल धौलपुर से बाड़ी, बसेड़ी और सरमथुरा तक जाती है, बल्कि इससे यूपी के तांतपुर तक जाने वाले यात्री भी सफर करते हैं। इस दौरान यह ट्रेन जिन गांव या रास्तों से होकर गुजरती है, वहां के ग्रामीण इसी में सफर करते हैं। वह बात अलग है कि टिकट बहुत कम लोग ही लेते हैं, लेकिन सेंट्रल रेलवे के धौलपुर जंक्शन के साथ जुड़ी इस गाड़ी को रेल्वे विभाग ने कभी भी घाटे में चलने के कारण बंद नहीं किया गया। बल्कि इसके ऐतिहासिक महत्व और स्टेट समय की विरासत को देखते हुए हमेशा चालू रखा। इस गाड़ी से धौलपुर की यादें जुडी हुई है। इसे धौलपुर राजघराने से भी जोडकऱ देखा जाता है, लेकिन वर्तमान में यह गाड़ी पिछले 5 माह से ट्रैक पर नहीं आई है। जिसके पीछे कोरोना का कारण बताया गया है, लेकिन रेलवे विभाग ने सभी टै्रकों पर गाडिय़ां फिर से शुरू कर दी, लेकिन धौलपुर की छुक छुक गाड़ी अपने ट्रेक पर नहीं आ पायी है।
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