कर्मचारियों की हड़ताल से 82 गांवों की जलापूर्ति ठप, बरसों से काम करने पर भी नहीं हुई वेतनवृद्धि
बाड़ी. सरमथुरा. जिले के सरमथुरा उपखंड सहित 82 गांवों में जलापूर्ति करने वाले कर्मचारी वेतन वृद्धि को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। इन गावंों को पानी सप्लाई पार्वती बांध से की जाती है। इस बांध से पानी सप्लाई को करने से पूर्व उसे फिल्टर भी किया जाता है। जिसके लिए सुनकई पर एक बड़ा प्लांट लगा हुआ है। करीबन 12 साल से चल रही

कर्मचारियों की हड़ताल से 82 गांवों की जलापूर्ति ठप, बरसों से काम करने पर भी नहीं हुई वेतनवृद्धि
आंगई स्थित 82 गांवों की पेयजल योजना के कर्मचारी हड़ताल पर
बाड़ी. सरमथुरा. जिले के सरमथुरा उपखंड सहित 82 गांवों में जलापूर्ति करने वाले कर्मचारी वेतन वृद्धि को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। इन गावंों को पानी सप्लाई पार्वती बांध से की जाती है। इस बांध से पानी सप्लाई को करने से पूर्व उसे फिल्टर भी किया जाता है। जिसके लिए सुनकई पर एक बड़ा प्लांट लगा हुआ है। करीबन 12 साल से चल रही इस पेयजल परियोजना को जयपुर की जीसीकेसी फर्म द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस फर्म के अधीन काम करने वाले कर्मचारियों ने कई वर्षों से काम करने के बावजूद मानदेय नहीं बढ़ाए जाने पर बुधवार को कार्य बहिष्कार कर दिया। जिससे 82 गांवों की पेयजल सप्लाई ठप हो गई।
कंपनी के कर्मचारी सद्दाम, रामेश्वर मीणा, राकेश और अन्य ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से पेयजल परियोजना में काम कर रहे हैं, लेकिन उनका वेतन कभी नहीं बढ़ाया गया है। कई बार कंपनी मैनेजर जेपी शर्मा से बात हुई और लिखित समझौता भी हुआ, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। ऐसे में उन्होंने दो दिन पूर्व चेतावनी को लेकर बाड़ी जलदाय विभाग के एक्सईएन के नाम एक ज्ञापन देते हुए मानदेय नहीं बढ़ाने पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी थी। जिस पर कोई सुनवाई नहीं होने पर बुधवार से प्लांट में काम करने वाले ऑपरेटर से लेकर मशीन संचालक और मिस्त्री सहित सभी वर्ग के कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया है। यह हड़ताल मांग पूरी नही होने तक जारी रहेंगी। प्लांट पर काम बंद होने के चलते सरमथुरा उपखण्ड सहित 82 गांवों और कई छोटे-बड़े ढाणी मजरों की पेयजल सप्लाई ठप हो गई है।
इनका कहना है
मैं कोरोना संक्रमित होने के चलते पिछले कई दिनों से उपचाराधीन था। अभी ड्यूटी पर लौटा हूं। जैसे ही मुझे जानकारी मिली है कि कर्मचारियों ने ज्ञापन उनके नाम से भेजा है, तो तुरंत प्लांट के मैनेजर से बात की है। जिसमें कर्मचारियों का वेतन वृद्धि नियम अनुसार जितनी हो सके, करने के लिए निर्देश दिए हैं। साथ में कर्मचारियों के साथ बैठक कर मामले में समझौता करने के भी की भी मैनेजर से कहा गया है। जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा।
निरंजन मीणा, अधिशासी अभियंता, जलदाय विभाग बाड़ी,
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