धौलपुर. अब जिले के ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों को घर बैठे आसानी से बैंकिंग सेवा मिल सकेगी। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के जरिए रुपए निकलवाने और जमा करवाने का काम करा सकते हैं। धौलपुर में कॉमन सर्विस सेंटर(सीएससी) की ओर से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को डिजी-पे सखी के तौर पर बैंकिंग कार्य करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। यह डिजी-पे सखी आधार इनेबल्ड पेंमेंट सिस्टम के जरिए बैंकिंग ट्रांजेक्शन करेंगी। जिले के कई पंचायतों में इसकी शुरुआत कर दी गई है। जल्द ही जिले की सभी ग्राम पंचायतों में यह सुविधा शुरू की जाएगी। गांवों में वृद्ध, असहाय, बीमार, महिलाओं और मनरेगा श्रमिकों आदि को बैंकिंग सेवाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा।
10 हजार रुपए तक निकासी की मिलेगी सुविधा डिजी -पे सखी को कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) की ओर से बायोमेट्रिक डिवाइस दी जा रही है। डिजी-पे सखी स्मार्ट मोबाइल में बायोमेट्रिक डिवाइस को जोडकऱ आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से अंगूठा लगाकर 10 हजार रुपए तक निकासी व 5 हजार रुपए तक जमा का काम कर सकेंगी।
जिले में 128 डिजी-पे सखी बनाई केंद्र सरकार की कॉमन सर्विस सेंटर स्कीम के तहत जिले में अभी तक 128 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को डिजी-पे सखी बनाया जा चुका है। जल्द ही जिले की हर ग्राम पंचायत में डिजी-पे सखी बनाई जाएंगी। गुरुवार को 10 महिलाओं को बायोमेट्रिक डिवाइस वितरित की गई। इस अवसर पर अम्बे गर्ग, दीपेंद्र परमार, रश्मि, देवकी, सीमा, संगीता, सुषमा आदि लोग उपस्थित रहे।
इनका कहना है जिले में 128 महिलाओं को डिजी-पे सखी बनाया जा चुका है। यह महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को घर बैठे बैंकिंग लेन-देन की सुविधा प्रदान कर सकेंगी। शीघ्र ही प्रत्येक ग्राम पंचायत में डिजी-पे सखी बनाई जाएगी!
- केशर खान, जिला प्रबंधक, सीएससी, धौलपुर