स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. केके दोहर ने बताया गर्भवती महिला को 28 जून को दोपहर बाद अस्पताल में लाया गया उस दौरान गर्भवती महिला सीमा को ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ था। दौरे जैसी बीमारियां थी। यह एक क्रिटिकल केस होने के चलते महिला का बसेड़ी चिकित्सालय में 29 घण्टे तक इलाज चला, तब जाकर महिला ने 3 बच्चो को जन्म दिया।
नॉर्मल डिलीवरी के साथ-साथ डॉक्टर की बेहतरीन कार्यशैली को लेकर परिजन तारीफ करने से थक नहीं रहे थे। इस दौरान महिला के प्रसव होने के बाद पूरी तरह स्वस्थ देखकर परिवारजनों ने राहत की सांस ली और उनके चेहरे पर खुशी देखी गई।
स्त्री रोग विशेषज्ञ ने बताया कि महिला के 2 लड़के और 1 लड़की को दिया जन्म दिया। जिसमें पहली बच्ची का जन्म 8:20 पर हुआ। जिसका वजन 1800 ग्राम है। तो वही दूसरा बच्चा 9 बजे हुआ जिसका वजन 2 किलो 10 ग्राम है। वही तीसरा बच्चा 10:05 पर हुआ जिसका वजन 1400 ग्राम है।
चर्चा के माहौल के साथ चिकित्सक का जताया आभार
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अव्यवस्थाओं का आलम और चिकित्सकों की कमी हमेशा लोगों को कसकती रहती है। ऐसे में क्रिटीकल केस आने पर अक्सर जिला अस्पताल धौलपुर के लिए रेफर कर दिया जाता है। लेकिन अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. के.के. दोहर के होने से न केवल ऐसे क्रिटिकल केसों को स्थानीय लेवल पर सुलझाया गया तथा आर्थिक नुकसान से और परेशानी से भी परिजनों बचाए जा सके परिजनों ने बताया कि चिकित्सक ने पूरी जिम्मेदारी ली और कहा था कि महिला को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी चिकित्सक ने सफल नॉर्मल डिलीवरी को करवाया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अव्यवस्थाओं का आलम और चिकित्सकों की कमी हमेशा लोगों को कसकती रहती है। ऐसे में क्रिटीकल केस आने पर अक्सर जिला अस्पताल धौलपुर के लिए रेफर कर दिया जाता है। लेकिन अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. के.के. दोहर के होने से न केवल ऐसे क्रिटिकल केसों को स्थानीय लेवल पर सुलझाया गया तथा आर्थिक नुकसान से और परेशानी से भी परिजनों बचाए जा सके परिजनों ने बताया कि चिकित्सक ने पूरी जिम्मेदारी ली और कहा था कि महिला को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी चिकित्सक ने सफल नॉर्मल डिलीवरी को करवाया।
अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए 29 घण्टे तक चिकित्सक के साथ टीम ने सीमित संसाधनों के साथ सफल बनाकर मिसाल कायम की। इस ऑपरेशन में सुनीता मित्तल एएनएम सहित मंजू एएनएम की टीम शामिल रही।