खत से पहुंचेंगी महिलाओं की समस्याएं, खट से होगा समाधान, धौलपुर कलक्टर ने उठाया यह कदम
धौलपुरPublished: Jul 26, 2019 02:43:44 pm
अब तक हिचक, शर्म और भय के कारण अपनी परेशानी को प्रशासनिक व पुलिस के उच्चाधिकारियों तक नहीं पहुंचा सकने वाली महिलाओं के लिए खुशखबर है। किसी भी रूप में प्रताडि़त महिलाओं के लिए जिला प्रशासन तथा महिला अधिकारिता विभाग ने नई पहल शुरू की है।
खत से पहुंचेंगी महिलाओं की समस्याएं, खट से होगा समाधान, धौलपुर कलक्टर ने उठाया यह कदम
खत से पहुंचेंगी महिलाओं की समस्याएं, खट से होगा समाधान, धौलपुर कलक्टर ने उठाया यह कदम
अब महिलाओं की ‘ताकत’ बनेगा शक्ति पोस्ट कार्ड व वाट्सएप नम्बर 6350616162
धौलपुर. अब तक हिचक, शर्म और भय के कारण अपनी परेशानी को प्रशासनिक व पुलिस के उच्चाधिकारियों तक नहीं पहुंचा सकने वाली महिलाओं के लिए खुशखबर है। किसी भी रूप में प्रताडि़त महिलाओं के लिए जिला प्रशासन तथा महिला अधिकारिता विभाग ने नई पहल शुरू की है। महिलाओं को समाज में ताकत देने के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान के तहत शक्ति पोस्ट कार्ड तथा वाट्सएप नम्बर 6350616162 की शुरुआत की है। इसके तहत धौलपुर जिले में महिलाओं को अन्तर्देशीय पत्र भेजा जाएगा। यह पूर्व में भी जिला कलक्टर के नाम से प्रिंटेड होगा। इस खत में वह अपनी परेशानी लिख सकेंगी। साथ ही वाट्सपएप पर संदेश भेजकर समस्या बता सकती हैं। जिला कलक्टर ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में पोस्ट कार्ड तथा वाट्सएप नम्बर का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि कई प्रताडि़त महिलाएं अपनी समस्याओं को किसी भी कारण से उच्चाधिकारियों तक नहीं पहुंचा पाती है। ऐसी महिलाओं के लिए यह नवाचार शुरू किया गया है। इसके तहत बालिकाएं, महिलाएं समस्या भेज सकती हैं। उनको सम्बंधित उच्चाधिकारी को भेजकर तुरंत एक्शन लिया जाएगा। साथ ही सम्बंधित पीडि़त को भी कार्रवाई से सूचित किया जाएगा। इस दौरान पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा, सीईओ जिला परिषद शिवचरण मीणा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव शक्ति सिंह, आईसीडीएस उपनिदेशक राजेश चौहान, महिला एवं अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक सुरभि सिंह, सीडीपीओ भूपेश गर्ग, महिला कल्याण अधिकारी कनुप्रिया कौशिक आदि मौजूद थे।
अलग से गठित किया शक्ति प्रकोष्ठ
कलक्टर ने बताया कि अन्तर्देशीय पत्र तथा वाट्सएप पर समस्याओं की स्थिति को जांचने तथा कार्रवाई के लिए जिला कलक्ट्रेट में अलग से शक्ति प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। जिसके लिए अलग से नोडल अधिकारी भी बनाया गया है। समस्या की गंभीरता को देखते हुए इसमें उच्चाधिकारियों को शामिल किया गया है। इनको निचले स्तर के अधिकारियों को नहीं भेजी जाएगी, जिससे समस्या का तुरंत समाधान हो सके। कलक्टर को कहना था कि धौलपुर जिले की महिलाएं अब अबला नहीं सबला कहलाएं, इसके लिए प्रयास किया गया है।
पुलिस की बड़ी भूमिका
कलक्टर ने कहा कि पूरी प्रक्रिया में पुलिस की बड़ी भूमिका रहेगी। साथ ही आईसीडीएस, महिला अधिकारिता विभाग भी सहभागी रहेगा। महिलाओं की समस्याओं का समयावधि में समाधान किया जा सके। इसके लिए प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने कहा कि पुलिस त्वरित रूप से कार्रवाई करेगी, वहीं थानों तथा बीट कांस्टेबल के माध्यम से इसका प्रचार किया जाएगा।
व्यक्तिगत समस्या के लिए नाम जरूरी लिखें
कलक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि व्यक्तिगत समस्या को भेजने के दौरान अपना नाम भी जरूर लिखें, उसे गोपनीय रखा जाएगा। हालांकि सार्वजनिक समस्या को बिना नाम के भेजा जा सकता है।
इनका कहना है
कई महिलाएं समाज में प्रताडि़त होने के बावजूद कार्यालयों तक नहीं पहुंच पाती हैं। ऐसी महिलाओं को सम्बल देने तथा उनकी समस्याओं के समाधान के लिए यह पहल की गई है। इसके प्रांरभिक तौर पर तीन माह के लिए शुरू किया गया है। अगर इसमें रेस्पॉंस अच्छा आता है, तो इसे निरंतर रखा जाएगा।
नेहा गिरी, जिला कलक्टर, धौलपुर।