– शतावरी में फाइबर और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो पाचन में सहायक होते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।इसमें मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी तत्व हृदय रोगों और लाइफस्टाइल की गड़बड़ी से हुई डायबिटीज में फायदा करते हैं।
– शतावरी के एंटी ऑक्सीडेंट त्वचा को झुर्रियों और सूर्य की किरणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। – शतावरी के डंठल में विटामिन ए, पोटेशियम और पोषक तत्व होते हैं, जो किडनी की कार्यप्रणाली दुरुस्त रखते हैं।
– यदि पेशाब के साथ खून आने की शिकायत हो, तो शतावरी की जड़ों का एक चम्मच चूर्ण, एक कप दूध में डालकर उबालें और चीनी मिलाकर दिन में तीन बार पीएं, तुरंत आराम मिलेगा।
– टी.बी की समस्या होने पर इसकी जड़ों का एक चम्मच चूर्ण, एक कप दूध के साथ लेने से लाभ होता है।