कचनार : गले संबंधी समस्याओं व शरीर पर किसी प्रकार की गांठें हो जाने पर कचनार के पेड़ की छाल का काढ़ा बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए छाल को दरदरा कूटकर एक गिलास पानी में मिलाएं व मध्यम आंच पर उबालें। जब पानी जलकर आधा रह जाए तब इसे छान कर पीएं। इसे सुबह-शाम ले सकते हैं।
गिलोय : गिलोय के तने को कूटकर रस निकालकर 2-4 चम्मच पिएं या पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर पिएं। आर्थराइटिस, आंव, पुराना बुखार व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में लाभकारी है। हरसिंगार : 5-10 ग्राम फूल लेकर एक गिलास पानी में उबालें। आधा रहने पर पिएं। ऐसा दिन में दो बार करें। इससे जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।