एसिडिटी की समस्या में एक कप पानी में आधे नींबू का रस, आधा चम्मच पिसी काली मिर्च और आधा चम्मच काला नमक मिला कर पीएं।
मानसून में काली मिर्च का पाउडर गुड़ में मिलाकर खाने से खांसी, जुकाम और नजला की समस्या में काफी राहत मिलती है।
पिसी काली मिर्च का काढ़ा बनाकर गरारे करने या इसके पाउडर को दांत पर मलने से दांतदर्द में आराम मिलता है।
अगर त्वचा पर ब्लैकहेड्स या दाग-धब्बे हैं तो लौंग के तेल को फेसपैक में मिलाकर इस्तेमाल करें। लौंग की तासीर गर्म होती है इसलिए इसेे सीधे त्वचा पर न लगाएं।
काली मिर्च शहद में मिलाकर खाने से याद्दाश्त बढ़ती है।
यदि त्वचा पर छोटी फुंसियां उभरने लगें और इनमें दर्द भी हो तो काली मिर्च को थोड़े पानी में घिसकर लगाने से आराम मिलता है। सिरदर्द के साथ यदि भारीपन महसूस हो तो कालीमिर्च का पाउडर सूंघने की सलाह दी जाती है।
सब्जी या अन्य में इसके प्रयोग से रक्त साफ होता है।