अपनी आदतों और डाइट में थोड़ा बदलाव कर हम यूरीन इंफेक्शन जैसी समस्या से आसानी से बच सकते हैं। सर्दियों के दिनों में यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन यानी मूत्र मार्ग संक्रमण जिसे यूरीन इंफेक्शन भी कहा जाता है, की समस्या ज्यादा दिखाई देती है। इसका मुख्य कारण है आलस्य की वजह से देर तक यूरीन रोके रहना और कम पानी पीना। पेशाब लगने पर भी उसे रोके रहने पर मूत्राशय में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं जिससे यूरीन इंफेक्शन जैसी स्थिति पैदा हो जाती है।
ये हों लक्षण, तो हो गया है संक्रमण- पेल्विक भाग या किनारे की तरफ पेट में दर्द होना, निचले पेल्विस की तरफ दबाव महसूस करना, बार-बार मूत्र त्यागना, मूत्र त्यागने में दर्द होना, यूरीन का लीकेज होना मूत्र का असामान्य रंग, ज्यादा संक्रमण होने पर मूत्र में रक्त भी आने लगता है। कमजोरी और थकान महसूस करना, पेशाब से बदबू आना जैसे लक्षण हो सकते हैं।
ये करें घरेलू बचाव - खूब पानी पीएं- यूटीआई से निदान के लिए इस्तेमाल की जाने वाली डाइट थैरेपी में पानी का अहम योगदान होता है। जितना ज्यादा पानी पीएंगे उतना ज्यादा मूत्र त्यागना होगा, जिससे संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया बाहर निकलेंगे और समस्या से राहत मिलेगी। हर एक घंटे में एक गिलास पानी पीएं।
क्रेनबेरीज - पॉलीफेनॉल तत्व की मौजूदगी से एक अहम एंटीऑक्सिडेंट का स्त्राव होता है। इसके अलावा यह यूटीआई के प्रमुख कारक ई कोलाई को मूत्र मार्ग से चिपके रहने से रोकता है।
प्रोबायोटिक्स- दही या अन्य प्रोबायोटिक ड्रिंक्स के सेवन से अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ती है जो बुरे बैक्टीरिया के प्रभाव को कम करने में मददगार होते हैं।