आनंदपाल के परिजनों व प्रशासन में सहमति नहीं बनने के कारण ग्यारवें दिन भी आनंदपाल के दाह संस्कार को लेकर सस्पेंस बरकरार है। लेकिन पुलिस अधीक्षक नागौर परिस देशमुख का कहना है कि आनंदपाल के परिजनों से वार्ता में सहमति बनती नजर आ रही है जिसमें परिजनों ने जल्द ही शव का दाह संस्कार करने का आश्वासन दिया है।
हालांकि देर रात परिजनों व प्रशासन में हुई वार्ता के बाद प्रशासन ने आनंदपाल के शव को डीप फ्रीजर में रखने की अनुमति प्रदान कर दी है। जिसके बाद अब शव को डीप फ्रीजर में रखा जा सकेगा।
इसके साथ ही राजपूत समाज से जुड़े नेताओं ने भी सांवरदा में डेरा ड़ाल लिया है जिसके कारण पुलिस को भी खासी मशक्कत करनी पड़ रही हैं। एनकाउंटर होने के आज ग्यारह दिन बाद भी शव भी दाह संस्कार नहीं हो सका है।
वहीं पुलिस व प्रशासन लगातार परिजनों से वार्ता कर दाह संस्कार करने को लेकर समझाइश कर रहा है लेकिन परिजन भी एनकाउंटर की सीबीआई जांच करवाने की मांग सहित अन्य मांगों को लेकर अड़े हुए है। साथ ही आनंदपाल की बेटी चीनू की भी दुबई से वापस आने की संभावना जताई जा रही हैं।
सांवराद में तनाव की स्थिति दाह संस्कार नहीं होने के कारण नागौर के सांवराद गांव के आसपास तनावपूर्ण माहौल बना हुआ हैं। समाज के लोग लगातार सांवरदा पहुंच रहे है और हजारों की संख्या में लोग आनंदपाल के आवास पर जमा हो गए हैं। जिसके कारण पुलिस की मुसीबतें भी बढ़ती जा रही है।
वही राजपूत करणी सेना के पदाधिकारी भी सांवरदा में जमा है जिसमें सुखदेव सिंह गोगामेड़ी, लोकेन्द्र सिंह कालवी और पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा भी सांवराद में ही हैं। वही एनकांउटर के बाद से ही प्रदेश के अलग-अलग जिलों में लोगों के प्रदर्शन का दौर लगातार जारी है।