ये हैं लक्षण –
ऐसे बच्चों को मां के दूध से कोई दिक्कत नहीं होती लेकिन गाय का दूध देने पर बच्चे के पेट में मरोड़, उल्टी और डायरिया जैसी समस्याएं होती हैं। मां की डाइट में गाय का दूध शामिल होने से भी बच्चे को यह एलर्जी हो सकती है। गंभीर एलर्जी से ग्रस्त शिशु को एनाफिलेक्सिस रोग हो जाता है। इसमें दूध पीते ही शिशु के चेहरे व जीभ पर सूजन, सांस लेने में दिक्कत और शरीर पर लाल दाने होने लगते हैं।
उपचार व सावधानी –
शिशु रोग विशेषज्ञ के मुताबिक इस एलर्जी की जांच चैलेंज टेस्ट से होती है। इसमें बच्चे को दूध देना बंद कर देते हैं। बच्चे के सामान्य होने पर उसे दोबारा दूध देते हैं। दूध छोडऩे पर अगर बच्चा ठीक हो जाता है और दूध देने पर दो से तीन दिन में फिर लक्षण दिखते हैं तो बच्चे को दूध से एलर्जी का पता चल जाता है। ऐसे बच्चों को कम से कम 2 साल तक गाय का दूध नहीं देना चाहिए। उसके बाद बच्चा एलर्जी से लडऩा सीख जाता है। शिशु रोग विशेषज्ञ के अनुसार इसके लक्षण सामान्य बीमारी जैसे होने के कारण माता-पिता को इसका पता नहीं चल पाता है। सही समय पर इलाज ना कराने पर यह एलर्जी घातक हो सकती है।