आम : फलों का राजा आम सभी रूपों में एक संपूर्ण फल है। कच्चे आम से बना हुआ पना लू से बचाव करता है। इसमें विटामिन-सी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। विटामिन-सी शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाकर रोगों से बचाता है। यही नहीं आम पाचन तंत्र को भी मजबूत करने का काम करता है।
मात्रा : रोजाना एक आम काफी। जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है, वे डॉक्टर या डाइटीशियन की सलाह से ही इन्हें खाएं।
अंगूर
अंगूर मीठे और पानी से भरे होते हैं। इन्हें डाइट में नियमित रूप से शामिल करने से पाचन में गड़बड़ी की समस्या नहीं रहती। अंगूर शरीर में पानी की कमी को दूर करते हैं। ये ओआरएस के घोल की तरह शरीर को फटाफट ऊर्जा देते हैं।
मात्रा : एक दिन में 100 ग्राम अंगूर खा सकते हैं।
लीची : यह भी पानी और पोषक तत्वों से भरी कुदरत की स्वादिष्ट देन है। यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने का काम करती है। इसमें कैलोरी नहीं होती इसलिए इसको खाने से मोटापा नहीं बढ़ता। साथ ही पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा मिलने से हम एक्टिव बने रहते हैं।
मात्रा : रोजाना 100 ग्राम लीची खा सकते हैं।
तरबूज
यह गर्मियों में शरीर में पानी की कमी दूर करता है। यह बहुत जल्दी पचता है और भूख भी बढ़ाता है। तरबूज में विटामिन-ए, बी, पोटेशियम, मैगनीशियम और विटामीन-बी के साथ आवश्यक महत्वपूर्ण एंटीआक्सीडेंट भी पाए जाते हंै। यह जीरो कैलोरी फल है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
मात्रा : 2-3 स्लाइस काफी। मधुमेह में तरबूज न खाएं।
खीरा : इसे खाने से पेट भरता है और कब्ज की समस्या भी दूर होती है। खीरे में लगभग 96 प्रतिशत पानी और शेष चार प्रतिशत फाइबर होते हैं। इसमें सिलिका नामक तत्व प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो ऊत्तकों को जोडऩे का काम करता है। इसमें कैलोरी नहीं होती।
प्रयोग: सलाद या रायता बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
टमाटर
लाइकोपीन युक्तटमाटर पानी से भरपूर होता है। एक शोध के अनुसार रोजाना 5 टमाटर खाने से धूप से हुए नुकसान से बचा जा सकता है।
प्रयोग : टमाटर को उबालने पर इसमें मौजूद लाइकोपीन और अधिक बढ़ जाता है। इसे सलाद, सूप, कैचअप, प्यूरी और सब्जी बनाकर इस्तेमाल करें।