किसी भी दूसरे विटामिन और मिनरल की ही तरह विटामिन डी भी हमारे शरीर को सुचारू रूप से कार्य करने में एक मददगार की भूमिका निभाता है। विटामिन डी की कमी होने पर आपको कमजोर हड्डियों, स्क्लेरॉसिस, मांसपेशियों की दुर्बलता, डिप्रेशन और यहां तक कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों तक का खतरा हो सकता है। सूरज की रोशनी विटामिन डी का बेहतरीन स्रोत है और रोजाना 10 से 15 मिनट की धूप में बिताकर आप इसकी कमी दूर सकती हैं। इसी के साथ अगर अपने खानपान में कुछ बदलाव करके भी आप इसे हासिल कर सकती हैं और खुद को सेहत संबंधी खतरों से काफी हद तक सुरक्षित कर सकती हैं।
टोफू
टोफू चाहे किसी भी प्रकार का हो, विटामिन डी का एक अच्छा शाकाहारी विकल्प है। एक कप टोफू में आपकी रोजाना की जरूरत का 39 फीसदी विटामिन डी मौजूद होता है। यह प्रोटीन और कैल्शियम से भी भरपूर होता है। आप इस पोषण का कितना फायदा ले सकती हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे किस तरह पकाती हैं।
मशरूम
सभी तरह के मशरूम विटामिन डी के स्रोत नहीं होते। शीटेक मशरूम फ्रेश या सूखे रूप में इस विटामिन से भरपूर होते हैं। मायटेक और मोरेल मशरूम विटामिन डी के अच्छे स्रोत हैं। सूरज की रोशनी से बढऩे के कारण इन मशरूम्स में विटामिन डी की अच्छी मात्रा पाई जाती है।
फॉर्टिफाइड अनाज
सुबह के नाश्ते में अगर आप अनाज लेना पसंद करती हैं तो अब अपने लिए विटामिन डी से फॉर्टिफाइड अनाज ले आएं। बेशक ये विटामिन्स के बेहतरीन स्रोत नहीं हैं और इन्हें नियमित रूप से खाना नुकसानदायक भी हो सकता है लेकिन कभी – कभार इन्हें खाना स्मार्ट फूड चॉइस साबित हो सकता है।
गैर डेयरी उत्पाद
अगर डेयरी का दूध आपको पसंद नहीं है तो दूध के कुछ अन्य प्रकार अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं। बादाम और सोया दूध 25 फीसदी तक की रोजाना की विटामिन डी की खुराक पूरा करते हैं। साथ ही ये कैल्शियम से भी भरपूर होते हैं। इसलिए आप इन्हें अपना सकती हैं।
डेयरी उत्पाद
गाय या बकरी का दूध विटामिन डी से भरपूर होता है। गाय के दूध से अपनी रोजाना की जरूरत का 50 प्रतिशत तक विटामिन डी हासिल किया जा सकता है, वहीं बकरी के दूध से 31 प्रतिशत। इसके अलावा ह्यह्यकोई भी ऑर्गेनिक दूध सेहतमंद होता है क्योंकि वह कैल्शियम से फॉर्टिफाइड होता है। दूध के अलावा चीज, बटर, दही, छाछ से भी इसकी पूर्ति की जा सकती है।
फॉर्टिफाइड ऑरेंज जूस
वैसे तो ताजा ऑरेंज जूस में विटामिन डी मौजूद नहीं होता लेकिन फॉर्टिफाइड ऑरेंज जूस के एक कप में इसकी 45 आईयू मात्रा पाई जाती है। अगर कम मात्रा में लिया जाए तो यह विटामिन डी की कमी को दूर करने में सहायक हो सकता है, इससे आपको सिरदर्द, कमजोरी, थकान जैसी कई
समस्याएं नहीं होंगी।