सर्दी में आंवला अनेक गुणों की खान है। यह विटामिन-सी का बढिय़ा स्रोत होता है जो हमें संक्रमण से बचाता है। इसका तेल, जूस, पाउडर और मुरब्बा काफी उपयोगी होते हैं।
4 आंवलों का रस चौथाई चम्मच काले नमक के साथ लेने से पाचनशक्ति बढ़ती है। नेचुरोपैथी विशेषज्ञ डॉ. रमाकांत शर्मा के अनुसार इतनी ही मात्रा में आंवलों के रस को मिश्री पाउडर के साथ पीने से एसिडिटी दूर होती है। अगर यह रस आपको ज्यादा कड़वा लगे तो इसे पानी में मिलाकर भी पी सकते हैं।
आंवलों का रस या पाउडर शहद के साथ लेने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है और खून की सफाई होती है।
ज्यादा मात्रा में न लें - आंवला चूर्ण की एक चम्मच मात्रा को गुनगुने पानी के साथ लेने से गैस, अपच, एसिडिटी और कब्ज की समस्या में आराम मिलता है। वैसे आंवलों का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता लेकिन इन्हें अधिक मात्रा में नहीं लेना चाहिए वर्ना दस्त की समस्या हो सकती है। आंवला चूर्ण के प्रयोग से बालों की कंडीशनिंग होती है।