नाश्ता : पूरे दिन की एनर्जी के लिए हैवी नाश्ता लें। सब्जियों या दाल का स्टफ परांठा, उपमा, डोसा, सैंडविच, दलिया आदि खाएं। दूध में 2-3 छुआरा उबालकर हफ्ते में दो बार पीने से तापमान बना रहेगा। साथ ही एक गिलास मौसमी फलों का जूस पिएं।
लंच : संतुलित खानपान जैसे चपाती (बाजरा व मक्का), दाल, सब्जी (हरी पत्तेदार जैसे पालक, मेथी, चौलाई, मटर, शकरकंद, गाजर), छाछ या दही, गर्म सूप लें। साथ में हरी चटनी और सलाद मल्टीविटामिंस की पूर्ति करते हैं।
शाम के समय : कुछ तला-भुना खाने के बजाय मूंग-मोठ-मूंगफली स्प्राउट्स, मौसमी फल का जूस या वेजीटेबल सूप ले सकते हैं।
डिनर : गर्मियों में भी डिनर हल्का लें जिसमें दलिया, डडली, खिचड़ी खाएं।
घी-मक्खन-तेल भी डाइट का हिस्सा: मांसपेशियों की अकड़न, जोड़दर्द व त्वचा में रूखापन अहम समस्याएं हैं जिसके लिए विशेषज्ञ खानपान में घी-मक्खन व तेल को शामिल करने की सलाह देते हैं। ये त्वचा के अलावा जोड़ व मांसपेशी को ताकत देने के साथ नमी बरकरार रखते हैं। इन्हें गोंद, कालीमिर्च से बने लड्डू, विभिन्न अनाज से बनी चपाती या अन्य चीजों को बनाने में प्रयोग में ले सकते हैं।
ध्यान रखें : डायबिटीज, आर्थराइटिस, अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोगियों में बदलता मौसम परेशानी को बढ़ा सकता है इसलिए उन्हें डाइट में कुछ शामिल करने से पहले डॉक्टरी सलाह लेना जरूरी होता है।
इनसे होता बचाव: खांसी-जुकाम से बचाव के लिए एंटीऑक्सीडेंट्स, राबोफ्लेविन, बीटा केरोटीन, सेलेनियम, ओमेगा-३ फैटी एसिड, विटामिन-ए, सी व ई से भरपूर चीजें खाने की सलाह देते हैं। इनके लिए खासकर आंवला, मूली, टमाटर, गाजर और बादाम, अखरोट, अलसी व किशमिश जैसे सूखे मेवे को डाइट में शामिल करें।