– जो लोग कामकाजी व्यस्तता के कारण तनाव में रहते हैं, उन्हें 3-4 तुलसी के पत्ते चबाने चाहिए। तुलसी में तनावमुक्ति की क्षमता है। – तुलसी रक्त से यूरिक एसिड का स्तर घटा देती है जो किडनी स्टोन का मुख्य कारण है। तुलसी के रस को शहद के साथ छह माह तक रोज पीने से किडनी में मौजूद स्टोन गलने लगता है।
– तुलसी में मौजूद तत्व ट्यूमर की ओर पहुंचने वाले रक्त को रोक लेते हैं जिससे ब्रेस्ट व मुंह के कैंसर की ग्रोथ रुक जाती है। तुलसी के पत्ते साथ रखें और स्मोकिंग की चाह हो तो इन्हें चबा लें।
ऐसे भी करे उपयाेग:
– चाय में तुलसी के पत्तों का प्रयोग कर सकते हैं। एक कप चाय में इसकी तीन से चार पत्तियों का प्रयोग कर सकते हैं। शरीर टूट रहा हो या जब लग रहा हो कि बुखार आने वाला है तो पुदीने का रस और तुलसी का रस बराबर मात्रा में मिला लें। इसमें थोड़ा गुड़ मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
– चाय में तुलसी के पत्तों का प्रयोग कर सकते हैं। एक कप चाय में इसकी तीन से चार पत्तियों का प्रयोग कर सकते हैं। शरीर टूट रहा हो या जब लग रहा हो कि बुखार आने वाला है तो पुदीने का रस और तुलसी का रस बराबर मात्रा में मिला लें। इसमें थोड़ा गुड़ मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
– दांतों में कीड़ा लग गया हो तो तुलसी के रस में देसी कर्पूर मिलाएं और रुई में भिगोकर दांत पर लगाने से आराम मिलता है।