कॉम्प्लैक्स कार्बोहाइड्रेट अधिक लें
व्होल ग्रेन और ज्वार, बाजरा, रागी, अमरनाथ व ओट्स जैसे अनाज का सेवन करें। इनसे ब्लड शुगर लेवल में क्रमिक बढ़ोत्तरी होती है और अधिकांश शुगर को फैट में तब्दील होने से रोकते हैं।
डाइट में हो प्रोटीन
अंडा, मांस, डेयरी व सोया प्रोडक्ट, दालें, लेंटिल्स आदि प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं। अपने हर भोजन में प्रोटीन का कोई स्रोत जरूर शामिल करें। इससे मेटाबोलिक दर बढ़ेगी और शरीर सुगठित रहेगा।
कम खाएं, बार बार खाएं
दिन में दो बार पेट भर कर न खाएं बल्कि थोड़ी थोड़ी मात्रा में हर दो-तीन घंटे में कुछ खाएं। इससे पेट लगातार एक्टिव रहेगा और मेटोबोलिज्म की दर बढ़ेगी और मोटापे पर नियंत्रण रहेगा।
शुगर से रहें दूर
अधिक चीनी युक्त फूड से ब्लड शुगर बढ़ सकता है, इससे शरीर का इंसुलिन लेवल ज्यादा वसा इक_ा होने का मार्ग प्रशस्त करता है। वनस्पति में मौजूद ट्रांसफैट्स या बार-बार फ्राइ तेल की ट्रांसफैट्स ब्लड वेसल्स की लाइनिंग को डैमेज कर हार्ट डिजीज का सबब बन सकती है।
वसा का सेवन करें
वसा सेवन कम करना अच्छी बात है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप फयदेमंद वसा का सेवन भी बंद कर दें। मूंगफली, ऑयल सीड्स और ऑयली फिश में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड स्ट्रेस और इन्फ्लेमेशन से बचाने में अहम भूमिका निभाता है।
स्मोकिंग-शराब से बचें
शराब और सिगरेट का सेवन फेफड़े और जिगर की बीमारियों के अलावा भी कई परेशानियों सा सबब बन सकता है। इससे ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज और डायबिटीज की समस्या भी हो सकती है।
पर्याप्त नींद लें
हर रोज रात को 6-7 घंटे की नींद लेना जरूरी है। अच्छी नींद से बॉडी सेल्स और टीशूज की रिपेयरिंग और रिकवरी होती है। साथ ही शरीर रीचार्ज भी हो जाता है।
रोज एक्सरसाइज करें
हफ्ते में कम से कम 5 दिन आपको सुबह-शाम वॉकिंग, प्राणायम, योग और कसरत जैसी फिजिकल एक्टीविटी में संलग्न रहना चाहिए। शारीरिक फिटनेस के लिए यह बेहद जरूरी है।